नई दिल्ली: आधुनिक दिल्ली के शिल्पकार और दिल्ली की तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की आज पहली पुण्यतिथि है. शीला दीक्षित ने दिल्ली में 15 साल तक शासन किया और उन्हें आधुनिक दिल्ली का शिल्पकार भी कहा जाता है.
शीला दीक्षित के कार्यकाल के 15 साल और दिल्ली सरकार के कार्यकाल के 7 साल पर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि दोनों कार्यकाल में कोई मुकाबला ही नहीं है. अरविंद केजरीवाल सरकार पिछले 7 साल से दिल्ली की जनता को मूर्ख बना रही है.
शीला दीक्षित के 15 साल के कार्यकाल पर बात करते हुए वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे शीला दीक्षित के साथ काम करने का मौका मिला. जब मैं पार्षद था तब वो मेरे क्षेत्र में आई थी. एक अच्छे स्टेडियम की नींव उनके हाथ से रखी गई थी. कई बारात घर उनके सहयोग से मैंने बनवाएं.
'आधुनिक दिल्ली की निर्माता हैं शीला दीक्षित'
उन्होंने कहा कि पूरे दिल्ली में कोई ऐसा गांव नहीं होगा जिसके लिए शीला दीक्षित ने बजट ना दिया हो. उन्होंने कहा कि जो आधुनिक दिल्ली हम देखते हैं, उसकी नींव शीला दीक्षित ने ही रखी थी. एयरपोर्ट से उतरते ही चारों तरफ हरियाली दिखती है. आज दिल्ली को ग्रीन सिटी कहा जाता है. दिल्ली के अंदर आज सुंदर-सुंदर चौक चौराहे हैं. इन सब का श्रेय शीला दीक्षित को जाता है.
'डीजल गाड़ियों को सीएनजी में बदला'
सड़कों पर चलती हुई लो फ्लोर बसों की परिकल्पना आज की यंग जनरेशन कर सकती है. लेकिन शीला दीक्षित के समय डग्गामार बस चलती थी. उन सभी बसों को बदलना उनकी उपलब्धि रही है. डीजल गाड़ियों को सीएनजी में बदलने का भी श्रेय उन्हें जाता है. दिल्ली को केरोसिन मुक्त बनाने का फैसला भी शीला दीक्षित के कार्यकाल में लिया गया था.
'शीला दीक्षित के कार्यकाल में सर्वांगीण विकास हुआ'
15 साल बनाम 7 साल के सवाल पर चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि शीला दीक्षित ने दिल्ली में 15 साल शासन किया और उनके कार्यकाल में दिल्ली का सर्वांगीण विकास हुआ है. अरविंद केजरीवाल सरकार भी दिल्ली में लगभग 7 साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है. अरविंद केजरीवाल का दावा करते थे कि मैं एक आईआरएस अफसर हूं. दिल्ली को एक विश्वस्तरीय शहर बना लूंगा. लेकिन मैं पूछना चाहूंगा उन्होंने दिल्ली की क्या दशा कर दी.
'पोस्टर की राजनीति करते हैं केजरीवाल'
मॉनसून को लेकर उन्होंने कहा कि बारिश ने पूरे दिल्ली को जलमग्न कर दिया. जलभराव के कारण एक व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी. अन्ना नगर में कई मकान पानी के कारण टूट गए. यह मॉडल पिछले 7 साल में दिल्ली सरकार का बना है. दलित बस्तियों के 60 मकान तोड़ दिए जाते हैं. इस कठिन समय में अरविंद केजरीवाल खुद घर में बैठ जाते हैं और पोस्टर पर सरकार चलाते हैं.