नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में तीन महिलाओं ने अपने-अपने ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है. दहेज उत्पीड़न के तीनों ही मामले अलग-अलग थाना क्षेत्र का है. पहला मामला थाना फेस टू का है. दूसरा मामला थाना सेक्टर 113 क्षेत्र का है. वहीं, तीसरा मामला महिला थाने में दर्ज कराया गया है. पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने की बात कह रही है.
पहला मामला: नोएडा के गेझा गांव की ललिता ने शिकायत में बताया कि उसकी शादी मार्च 2019 में गाजियाबाद निवासी कुलदीप संग हुई थी. आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोगों ने अतिरिक्त दहेज की मांग कर उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. अप्रैल 2023 में ससुराल पक्ष के लोगों ने महिला के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया. महिला ने पति कुलदीप, सास राजकली, ननद सोना, ललिता और चचिया ससुर होशियार के खिलाफ थाना फ़ेस 2 पर केस दर्ज कराया है.
दूसरा मामला: थाना सेक्टर 113 क्षेत्र के सेक्टर-119 निवासी हिमानी उपाध्याय ने बताया कि उसका विवाह फरवरी 2022 में सेक्टर-121 क्लियो काउंटी निवासी कनिष्क ध्यानी संग हुआ था. शादी के एक माह बाद ससुराल पक्ष के लोग महिला को कम दहेज लाने का ताना देकर प्रताड़ित करने लगे. पति समेत अन्य लोगों ने महिला से 60 लाख रुपए और बीएमडब्ल्यू कार की मांग की. जब महिला इसे लाने से इनकार किया तो ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट की. महिला ने गर्भपात होने का भी आरोप लगाया है. इस मामले में पति, ससुर लक्ष्मी चंद ध्यानी और सास भावना के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
तीसरा मामला: सेक्टर-34 स्थित हिमगिरी अपार्टमेंट निवासी स्वाति शाही ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका विवाह नवंबर 2020 में आगरा के देवराज सिंह से हुआ था. आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही एसी और डायनिंग टेबल की मांग की जाने लगी. मांग पूरी न होने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट करते हुए जबरन गर्भपात करा दिया. पति और देवर पर आगरा से नोएडा के बीच रास्ते में उसे अकेला छोड़कर भाग जाने का भी आरोप है. इस मामले में न्यायालय के आदेश पर महिला थाने की पुलिस ने पति देवराज सिंह, ससुर भोजराज सिंह, सास शीला सिंह और देवर हिमांशु के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
पुलिस का मामले पर बयान: गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी की मीडिया सेल के अनुसार, सभी मामलों में पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जो भी घटनाओं में दोषी हैं, उनके खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
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