नई दिल्ली: नेशनल कमीशन बिल को लेकर जहां पूरे देश में डॉक्टरों ने इसका विरोध किया तो वहीं दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने इसका समर्थन किया था. लेकिन इस बिल में कई ऐसी चीजें हैं जिसको लेकर अभी तक स्थितियां स्पष्ट नहीं हो सकी हैं.
बिल के नियमों को समझना जरूरी
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि इस बिल को लेकर हमारी तरफ से कोई भी आपत्ति नहीं रही. यह बात अलग है कि अभी जब बिल नया है. जिसको लेकर कई नियमों को समझना जरूरी है.
उन्होंने बताया कि मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र, मेडिकल सुविधाओं में कार्यरत लोगों ने केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात की और इस वार्तालाप में कई अहम मुद्दों को रखा गया. जिसको समझना सभी के लिए बेहद जरूरी है.
छात्रों के लिए बेहतर है यह बिल
डॉ. हर्षवर्धन ने मुलाकात में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े लोगों से विचार-विमर्श किया और कहा कि जिस तरीके से इस बिल के लागू होने के बाद भ्रांतियां फैलाई जा रही है कि इससे छात्रों को नुकसान होगा, यह बात बिल्कुल ही गलत है कि इस बिल से छात्रों पर असर पड़ेगा. बल्कि यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो कि काफी लंबे समय से स्वास्थ्य सुविधाओं में काम कर रहे हैं लेकिन जानकारी के अभाव में है.
कम्युनिटी हेल्थ वर्कर के मुद्दों को भी किया दूर
डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि इस मुलाकात में कम्युनिटी हेल्थ वर्कर का मुद्दा भी सामने आया है. उन्होंने बताया कि जिस तरीके से इस बिल में जो भ्रांतियां थी उसको डॉक्टर हर्षवर्धन ने दूर किया है. इसके जरिए जो लोग दो साल से सेवाएं दे रहे हैं उनको बेहतर ट्रेनिंग देकर अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने में लगाया जा सकता है.
6 महीने में पूरी तरह से लागू होगा बिल
वहीं इस मीटिंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि अभी इस बिल को पास कर दिया गया है. लेकिन हमारे पास इसे पूरी तरह से लागू करने के लिए छह माह का वक्त है. अगर बिल में जो भी कमियां या सुधार की जरूरत होगी तो उस ओर भी ध्यान दिया जाएगा.