नई दिल्ली:दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग और शिक्षा निदेशालय ने मिलकर अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर जागरूकता एवं संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए विकलांगता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ किया हैं. इस कार्यक्रम का उद्घाटन रविवार को समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने किया.
यह कार्यक्रम 9 दिसंबर तक जारी रहेगा. इस कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग जनों के प्रति जागरूकता लाने को लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.कक्षाओं और संसाधन कक्षों में समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक स्कूल में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों को "दिव्यांग मित्रों के रूप में नियुक्त किया जाएगा.
दिव्यांग मित्र कक्षाओं और संसाधन कक्षों में समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए नोडल छात्र के रूप में काम करेंगे. इसमें जागरूकता बढ़ाने, आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम, 2016 के अनुसार विकलांग बच्चों के लिए प्रावधानों को सुविधाजनक बनाने और स्कूल अधिकारियों की देखरेख में चुनौतियों का समाधान करना शामिल रहेगा. 4 दिसंबर, 2023 को सभी स्कूलों में विशेष सभाएं आयोजित की जाएंगी. जिसमें विकलांग व्यक्तियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के महत्व पर चर्चा होगी. प्रतिष्ठित दिव्यांग व्यक्तियों की सफलता की कहानियों पर चर्चा होगी. नियुक्त दिव्यांग मित्र की घोषणा के साथ ही विद्यालय एवं समाज में समावेशी वातावरण निर्माण हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान करने का संकल्प लिया जाएगा.
समावेशी समाज को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता सह संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पीजीटी/टीजीटी विशेष शिक्षक और विशेष शिक्षक (प्राथमिक) विकलांगता जागरूकता सप्ताह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करेंगे.गतिविधियों में ड्राइंग प्रतियोगिताएं, पोस्टर बनाना, रोल-प्लेइंग गेम शामिल हैं और एक विकलांगता जागरूकता प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की जाएगी.
इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा की समावेशी समाज की दिशा में कदम बढ़ाते हुए बेहतर योजनाओं और पॉलिसी का कार्यान्वयन करना हम सभी की जिम्मेदारी है. बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा प्रारूपित संविधान हमें समाज में सामंजस्य और समरसता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है.
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