नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत का सही आंकड़े लोगों के सामने ना रखने का इल्जाम विपक्षी पार्टियों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर लगाया है. वहीं सरकार ने आदेश जारी कर सभी अस्पतालों से समय पर डेथ समरी जारी करने और रिपोर्ट भेजने के लिए कह दिया.
दिल्ली सरकार अब हर अस्पताल के नोडल ऑफिसर को इसके लिए जिम्मेदार बनाएगी. हालांकि खास बात है कि अस्पताल लगातार आंकड़े नहीं देने की बात से इंकार ही करते आए हैं. दरअसल ये मामला उस वक्त और बढ़ गया था जबकि 4 बड़े अस्पतालों के आंकड़ों और दिल्ली सरकार के आंकड़ों में अंतर दिखा.
मनोज तिवारी ने बोला था हमला
भाजपा सांसद और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार आंकड़ों पर झूठ बोल रही है और यह समझ नहीं आ रहा कि वह ऐसा क्यों कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार जो आंकड़े बताती है, असल में उससे अलग आंकड़े सामने आ रहे हैं ऐसे में यह दिल्ली के लोगों के साथ धोखा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने दी थी सफाई
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस पर सफाई भी दी. वहीं दिल्ली में अस्पतालों और सरकारी आंकड़ों में फर्क के मामले में जब तूल पकड़ लिया तो दिल्ली सरकार ने इस बाबत एक आदेश पास किया है.
नोडल ऑफिसर पर जिम्मेदारी
इसमें ये कहा गया है कि अब कोरोना से हो रही मौतों के लिए हर अस्पताल एक नोडल ऑफिसर नियुक्त करेगा. रोजाना स्टेट सर्विलांस टीम और डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस टीम को ईमेल के जरिए भेजी जाएगी रिपोर्ट. रोजाना 5:30 बजे डेथ ऑडिट कमिटी बताएगी कि मौत कोरोना से है या नहीं. ऐसा अगर नहीं होता है तो लिखित स्पष्टीकरण देना होगा.