नई दिल्ली: आज सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. इसके अलावा नाग पंचमी का पर्व भी मनाया जा रहा है. इस मौके पर दिल्ली के प्राचीन और प्रसिद्ध शिव गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. श्रदालू हाथों में जल, बेल, धतूरा और फूल लेकर मंदिर में पहुंच रहे हैं. श्रावण मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस बार अधिक मास की वजह से सावन में कुल 8 सोमवार पड़ रहे है. 21 अगस्त को सावन का सातवां सोमवार है. इसके बाद आठवां और आखिरी सोमवार 28 अगस्त को है. ऐसे में महादेव की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों के पास दो सोमवार बचे हुए हैं
सावन सोमवार व्रत और नाग पंचंमी आज
आज सोमवार व्रत और नाग पंचंमी दोनों है, ऐसे में शिव की पूजा का महत्व काफी अधिक बढ़ गया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि शिव जी के साथ ही नाग देवता की भी पूजा की जाती है. नाग पंचमी पर नाग देव की पूजा करने से संकट दूर होते हैं. मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. देश के सभी शिव मंदिरों में भोलेनाथ के साथ नाग देवता के दर्शन करने लोग आते हैं और विशेष रूप से पूजा की जाती है. ऐसे में चांदनी चौक के मशहूर गौरी-शंकर मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए भक्तों की भीड़ लगी हुई है. हाथों में भांग, धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर महादेव का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. इस दौरान मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयकारे से गूंज उठा.
सावन के सातवें सोमवार पर बना रहा है शुभ योग
इस बार सावन सोमवार पर अन्य कई और शुभ संयोग भी बन रहे हैं. नाग पंचमी के अलावा सोमवार को शुभ, शुक्ल योग बन रहा है और चित्रा नक्षत्र भी रहेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि यह सावन सोमवार अत्यंत फलदायी होगा. बता दें कि शिवजी ने अपने गले में वासुकी नाग को लपेटा हुआ है. कहते हैं कि नाग वासुकी भोलेनाथ के सबसे बड़े भक्त थे, इसलिए शिवजी ने उन्हें अपने गले में जगह दिया है. ऐसे में आज के दिन महादेव और नाग देवता की पूजा करने से जातक को हर सुख की प्राप्ति होगी. साथ ही जीवन की समस्त समस्याओं से भी मुक्ति मिलेगी.
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