नई दिल्ली/गाजियाबाद: आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2023 का शुभारंभ पांच अक्टूबर से होने जा रहा है. भारत समेत कुल 10 टीमें विश्वकप विजेता के खिताब के लिए टकराएंगी. वहीं, क्रिकेट प्रेमियों की मानें तो भारत में यह मात्र खेल नहीं बल्कि एक धर्म है. ऐसे में इस खेल के लिए हर वर्ग के लोगों में दीवानगी देखा जाना स्वाभाविक है. इन्हीं क्रिकेट प्रेमियों में से एक हैं गाजियाबाद के रहने वाले योगेश पंत, जो भले ही दिव्यांग होने के चलते चलने फिरने में असमर्थ हैं, लेकिन ये असमर्थता भी क्रिकेट व अन्य खेलों के प्रति उनके उत्साह को कम नहीं होने देती.
23 वर्षीय योगेश क्रिकेट व अन्य खेल टीवी पर देखना नहीं भूलते. इस दीवानगी के चलते उनकी क्रिकेट को लेकर जानकारी इतनी बेमिसाल है कि वे अपने अनुभव के आधार पर ही बता देते हैं कि कौन सी टीम मैच जीतेगी. साथ ही किस खिलाड़ी व टीम ने कब और और कितने रन बनाए हैं उन्हें यह भी पता है. वर्ल्ड कप 2023 को लेकर वह खासा उत्साहित हैं. इसे लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
सेमीफाइनल में आसानी से पहुंचेगा भारत: उन्होंने कहा कि इस बार विश्वकप में सेमीफाइनल कर भारत को आसानी से पहुंच जाना चाहिए. हालांकि इंग्लैंड व ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत को टक्कर देगी. वहीं भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सबसे अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने इस बार वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही सभी टीमों के नाम के साथ, उनके वेन्यू भी बताए. साथ ही यह भी बताया कि 1975 और 1979 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज, इस विश्वकप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई और उसकी जगह नीदरलैंड ने क्वालीफाई किया.
ये है पसंदीदा क्रिकेटर: योगेश ने बताया कि इस बार भारत एक बार फिर विश्वकप की मेजबानी कर रहा है, तो उसका सेमीफाइनल तक का सफर आसान रहेगा. उम्मीद है कि इस बार भारत, एक बार फिर विश्वकप का विजेता बनेगा. उन्होंने बताया कि हार्दिक पांड्या उनका पसंदीदा खिलाड़ी है, क्योंकि वह ऑलराउंडर हैं. उन्होंने कहा कि जब 2007 में टीम इंडिया ने टी-20 विश्वकप जीता तो उनमें क्रिकेट व अन्य खेलों में रुचि जगी. उन्होंने बताया कि वह खेल से संबंधित सभी आयोजनों के देखने व सुनने की कोशिश करते हैं.
थर्ड अंपायर से पहले बता देते हैं निर्णय: उनके पिता दीपचंद पंत ने बताया कि योगेश की नजर इतनी पैनी है कि वह मैच के दौरान थर्ड अंपायर से पहले ही निर्णय बता देते हैं. इतना ही नहीं, वह टीम में खिलाड़ियों के चयन के आधार पर यह भी बता देते हैं कि टीम लगभग कितना रन बनाएगी और कौन सी टीम क्रिकेट मैच जीतेगी. इनमें से अधिकतर आंकलन सही रहता है. इसके चलते आसपास रहने वाले युवा भी उनसे क्रिकेट से संबंधित जानकारी लेने आते हैं.
केबीसी में जाने की है इच्छा: योगेश ने बताया कि वह कौन बनेगा करोड़पति का हर शो देखते हैं. उनकी इच्छा है कि एक दिन वह भी केबीसी की हॉट सीट पर बैठकर सवालों के जवाब दें. इसके अलावा वह स्टेडियम में बैठकर भारत और पाकिस्तान का मैच भी देखने की इच्छा रखते हैं. वह फिल्में देखकर स्टोरी भी बनाते हैं. वह लिखने में असमर्थ हैं, लेकिन वह जल्द किसी व्यक्ति से स्टोरी लिखवाने की योजना बना रहे हैं.
होती है ये समस्याएं: उनके पिता ने बताया कि कुछ समय पूर्व, वह योगेश को दिल्ली जू घूमने के लिए व्हीलचेयर पर ले गए थे. लेकिन वहां का फुटपाथ व्हीलचेयर के अनुकूल नहीं था, जिससे उन्हें काफी समस्या हुई. ऐसी चीजों के चलते उन्हें योगेश को कहीं ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है.
ऐसे रखते हैं ध्यान: योगेश की मां ने कहा कि योगेश की स्थिति की चलते उसे अकेले नहीं छोड़ा जा सकता और उसे साथ ही लेकर जाना होता है. उन्होंने कहा कि योगेश एबनॉर्मल होने के बावजूद नॉर्मल बच्चों की ही तरह है. वह हर चीज का ध्यान रखता है. भले ही वह शरीर से चल फिर नहीं पाता, लेकिन दिमाग से वह बिल्कुल सामान्य लोगों की ही तरह है. साथ ही वह मेरे मार्केट से आने में देरी होने पर एलेक्सा के माध्यम से फोन करता है.
हालात को मात देकर की पढ़ाई: योगेश के पिता मूलत: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. वर्तमान में वह गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 2 में पत्नी गीता व योगेश के साथ रहते हैं. वह डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया में एचआर मैनेजर हैं. उन्होंने बताया कि योगेश को बचपन से ही सेरिबल पाल्सी नामक बीमारी है, जिसकी वजह से उसके फिजिकल मूवमेंट के सेल डैमेज हैं. उन्होंने योगेश के दिव्यांग होने के बावजूद उन्हें 10वीं तक रेगुलर स्कूल भेजकर पढ़ाई कराई. इसके बाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के माध्यम 12वीं की पढ़ाई कराई.