नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा और भूगोलवेत्ता प्रस्तुति शर्मा को श्वार्जमैन स्कॉलरशिप के लिए चुना गया है. यह स्कॉलरशिप हर साल "अंतरराष्ट्रीय मामलों में शोध" और भविष्य के नेतृत्व को तैयार करने के लिए पूरी दुनिया से केवल 150-200 प्रतिभाशाली युवाओं को दी जाती है. बताया जा रहा है कि इसे अमेरिका, इंग्लैंड और चीन में शोधकार्य के लिए दिया जाता है. शर्मा को चीन में शोध कार्य के लिए सेलेक्ट किया गया है.
विश्व स्तर पर आयोजित की गई इस परीक्षा में 4200 बच्चों ने लन्दन के साक्षात्कार में हिस्सा लिया था, उनमें से 150 को स्कॉलरशिप मिली है. भारत से केवल दो युवाओं को चुना गया है, जिनमें शर्मा के अलावा एक मुंबई का युवक शामिल है. प्रस्तुति शर्मा हिंदी अकादमी के उप सचिव ऋषि कुमार शर्मा की पुत्री और सुप्रसिद्ध समाजसेवी मनोज शर्मा जॉनी की भतीजी हैं. अगले साल जुलाई में अध्ययन के लिए शिंगुआ विश्वविद्यालय बीजिंग चीन चली जाएंगी. इसका एक वर्ष का पूरा खर्चा यह संस्थान उठाएगा.
प्रारंभ से ही मेधावी छात्र के रूप में रही प्रस्तुति शर्मा ने नवयुग स्कूल लक्ष्मीबाई नगर से कक्षा 12 पास करने के बाद किरोड़ीमल कॉलेज से भूगोल विषय में बीए ऑनर्स किया है. इसके बाद टीच फॉर इंडिया ऑर्गेनाइजेशन के साथ जुड़ गईं. भरतनाट्यम नृत्य, संगीत और भ्रमण में रुचि रखने वाली प्रस्तुति शर्मा ने अपने परिवार क्षेत्र का सम्मान बढ़ाया है.
वह सोपान परियोजना की संस्थापक हैं, जो वंचित छात्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ 21वीं सदी के करियर मार्गों की खोज के लिए समर्पित है. प्रस्तुति की शैक्षणिक रुचि वैश्विक मामलों के साथ शैक्षिक प्रणालियों के अंतरसंबंध में निहित है. विशेष रूप से इस बात में कि कैसे प्रभावी शिक्षा प्रणालियों ने पूर्वी एशिया, विशेष रूप से चीन के विकास में योगदान दिया है. उनके दृष्टिकोण में एक ऐसी शिक्षा नीति तैयार करना शामिल है, जो हाशिए पर रहने वाले समुदायों के भावी नेताओं को आवश्यक कौशल से लैस करे.