नई दिल्ली: नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के साइबर पुलिस की टीम ने ठगी के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया. ये लोग पैसा बाजार से डाटा चोरी करके आईसीआईसीआई बैंक के कस्टमर को टारगेट करते थे. डीसीपी नई दिल्ली ने बताया कि इनके पास से लैपटॉप और दो मोबाइल बरामद किए गए हैं. आरोपियों की पहचान विवेक, विशाल और जैकी के रूप में हुई है. तीनों उत्तर प्रदेश के वाराणसी, बलिया और फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं. फिलहाल पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से 2 मामलों का खुलासा किया है. पुलिस इनसे आगे की पूछताछ कर रही है.
पुलिस के अनुसार, 21 फरवरी को मंदिर मार्ग के कालीबारी इलाके में रहने वाले एक शख्स ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया था कि आईसीआईसीआई बैंक के रिप्रजेंटेटिव बनकर उनके पास एक कॉल आया. उसने क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट करने के लिए मदद करने की बात कही. उसी दौरान फोन कॉल पर ही ओटीपी लिया गया और उसके कार्ड से 1.45 लाख निकल गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन रतनलाल की देखरेख में एक टीम बनाया गया.
साइबर ठगी के मामले का खुलासा: पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की. टेक्निकल सर्विलांस की मदद से विवेक नाम के एक शख्स पर पुलिस को संदेह हुआ. हालांकि उसका पता कंफर्म नहीं हो पा रहा था. पुलिस आगे की छानबीन करती गई. इसी बीच पुलिस ने पटेल नगर में छापा मारकर विवेक को हिरासत में लिया. उससे जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह बीसीए ग्रेजुएट है. पैसा बाजार में वह काम कर चुका है. उसके पास डिफरेंट बैंक कस्टमर का डाटा होता था, जो क्रेडिट कार्ड अप्लाई करते थे.
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गैंग के मास्टरमाइंड को पुलिस ने पकड़ा: आरोपी विवेक इस गैंग का मास्टरमाइंड है. वह अपने दो और साथियों विशाल और जैकी के साथ मिलकर इस गोरखधंधे को चला रहा था. पुलिस ने विवेक की निशानदेही पर विशाल और जैकी को यूपी में छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया. आगे जांच में पुलिस को पता चला कि विशाल आईसीआईसीआई बैंक के होम लोन डिपार्टमेंट में काम कर चुका है. उसे पता था क्रेडिट कार्ड से बैंक अकाउंट में पैसे को तुरंत कैसे ट्रांसफर किया जाता है. जबकि इसका तीसरा साथी जैकी फिलहाल बेरोजगार था.
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