नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर यूनिट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ अभियान चलाकर 105 मामले दर्ज (105 cases registered) किए हैं. पुलिस ने इस दौरान 36 लोगों को हिरासत में भी लिया है. दो महीने तक चले इस अभियान में करीब 10 हजार शिकायतों पर पुलिस ने कार्रवाई है. इस दौरान नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और एक गैर सरकारी संगठन नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग चिल्ड्रन ने भी सूचनाएं मुहैया कराईं.
दो माह में मिले 10 हजार टिप: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल यूनिट के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और एनजीओ के बीच एक एमओयू साइन किया गया था, जिसमें बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों को लेकर सूचनाएं साझा करने और पुलिस को जानकारी मुहैया कराने की बात थी. इस दौरान एनजीओ ने नवंबर 2022 से लेकर दिसंबर 2022 तक करीब 10 हजार शिकायतें दर्ज की. साइबर क्राइम यूनिट दिल्ली के लिए नोडल एजेंसी है, अलग-अलग जिलों में साइबर थानों की सहायता से 105 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 36 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
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स्थानीय पुलिस की मदद से हुई गिरफ्तारी: डीसीपी ने बताया कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की तरफ से दिल्ली पुलिस को करीब 10 हजार चाइल्ड टिप लाइन रिकॉर्ड दिए गए थे. इन्हीं के माध्यम से कार्रवाई करते हुए पूरी दिल्ली के अंदर अलग-अलग स्थानों पर स्थानीय पुलिस की मदद से दबिश देकर छापेमारी की गई और कई मामलों में आरोपियों को हिरासत में लिया गया.
दिल्ली में लगातार बढ़ रहा चाइल्ड पॉर्नोग्राफी: राजधानी में कोरोना के लॉकडाउन के बाद से लगातार चाइल्ड पॉर्नोग्राफी की शिकायतें पुलिस को मिल रही हैं. स्थानीय पुलिस भी लगातार चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गिरफ्तारियां कर रही है. इसके बावजूद केवल नवंबर से दिसंबर में 10 हजार से ज्यादा चाइल्ड पॉर्नोग्राफी की शिकायतें रिकॉर्ड की गईं. ऐसे में कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ लोगों के बीच जागरुकता फैलाना भी बेहद जरूरी है.
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