नई दिल्ली: 2020 दिल्ली पुलिस सहित देशभर के लिए चुनौतीपूर्ण रहा. पुलिस ने इसे अवसर की तरह स्वीकार करते हुए लोगों की सेवा की.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे की जांच, कोरोना काल में लोगों की सेवा, अनलॉक होने पर क्राइम को रोकना, साइबर अपराध को कम करना, तकनीकी रूप से मजबूत बनना इस वर्ष की प्राथमिकता रही.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगा जांच
इस दंगे में 53 लोगों की मौत एवं 581 घायल हुए थे. 755 एफआईआर इन दंगों को लेकर दर्ज की गई. यह प्रयास किया गया कि सभी की शिकायत पर एफआईआर हो. एसआईटी को 60 मामले सौंपे गए जबकि साजिश को लेकर स्पेशल सेल द्वारा एफआईआर दर्ज की गई. अन्य मामलों की जांच लोकल पुलिस द्वारा की जा रही है.
तकनीक का सहारा लेकर इन मामलों को सुलझाया गया ताकि अदालत में अपराध को साबित किया जा सके. सीसीटीवी के जरिये लोगों की पहचान की गई. ई वाहन डेटाबेस का इस्तेमाल किया गया, फेसिअल रिकंस्ट्रक्शन, फॉरेंसिक टीम, वीडियो फोटोग्राफ इसकी मदद ली गई साथ ही सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी गिरफ्तार किए गए. कपड़े से आरोपी को पकड़ा गया जिसमें जैकेट से आरोपी की पहचान हुई.