नई दिल्ली: दिल्ली में आयोजित 'We-20 ए पीपल समिट' कार्यक्रम को रविवार को दिल्ली पुलिस ने शुरू होने से पहले ही रद्द कर दिया. आयोजकों ने बताया कि मौजूदा हालात को देखते हुए 20 अगस्त को होने वाले पूरे दिन के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है.
दिल्ली पुलिस द्वारा सम्मेलन को रद्द करने की प्रक्रिया पर मजदूर किसान शक्ति संगठन (MKSS) और राष्ट्रीय सूचना अधिकार अभियान (NCPRI) के संस्थापक सदस्य निखिल डे ने "एक्स" पर लिखा कि "पूरी तरह से चौंकाने वाला, मनमाना और अलोकतांत्रिक नहीं, यह वास्तव में स्पष्ट रूप से निरंकुश है. दिल्ली पुलिस ने सुरजीत भवन दिल्ली में होने वाले "पीपुल्स समिट" को रोकने के लिए गेट पर ताला लगा दिया. स्पष्ट रूप से यह वैश्विक अभिजात वर्ग और इसका भारतीय नेतृत्व लोगों की आवाज से भयभीत है" निखिल डे के इस पोस्ट को जय राम रमेश ने रीट्वीट किया है.
बता दें, शनिवार को दिल्ली पुलिस ने लोगों को सम्मेलन में हिस्सा लेने से रोक दिया था. लगभग 30 पुलिसकर्मी तड़के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और लोगों को प्रवेश करने से रोक दिया. उन्होंने कहा कि आयोजकों के पास कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं थी.
"वी, द पीपुल (हम भारत के लोग) का प्रतिनिधित्व करने वाले एक्टिविस्टों द्वारा आयोजित वी20 की मीटिंग में भाग लेने से लोगों को दिल्ली पुलिस रोक रही है. सीपीएम से जुड़ी एक बिल्डिंग में बैठक पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. सड़क पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा रहा है. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई शुरू होने से पहले मैं सुबह 10:30 में प्रवेश करने में कामयाब रहा, लेकिन अब बाहर निकलने में कठिनाई हो रही थी. यह न्यू इंडिया डेमोक्रेसी है.
जयराम रमेश
दरअसल, यह शिखर सम्मेलन G20 के संदर्भ में लोगों के मुद्दों पर लोकतांत्रिक तरीके से चर्चा करने के इरादे से बुलाया गया था. इसमें 70 से अधिक जन आंदोलनों, ट्रेड यूनियनों और नागरिक समाज संगठन हैं. आयोजकों का दावा है कि इसमें देश भर से 500 से अधिक अर्थशास्त्री, कार्यकर्ता, पत्रकार और राजनेता हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे थे.
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We, The People का प्रतिनिधित्व करने वाले एक्टिविस्टों द्वारा आयोजित We20 की मीटिंग में भाग लेने से लोगों को दिल्ली पुलिस रोक रही है। यह बेहद आश्चर्यजनक है। CPM से जुड़ी एक बिल्डिंग में यह बैठक पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। सड़क पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस… https://t.co/mDlDj5WAUk
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 19, 2023
शनिवार को जब We-20 सम्मेलन शुरू हुआ तो वक्ताओं ने G-20 के मेजबान के रूप में भारत के विशाल '51 करोड़ रुपए' आउटडोर विज्ञापन बजट पर सवाल खड़ा किए गए. वक्ताओं ने कहा कि शहरों को सुंदर दिखाने के लिए बड़े पैमाने पर गरीबों की झुग्गी झोपड़ियों और घरों पर बुलडोजर चलाए गए और कुछ जगहों पर तो उनके घरों को छुपाया गया. हजारों लोग बेघर हो गए.
गौरतलब है कि दिल्ली में अगले महीने होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार पूरा जोर लगा रही है. इसके चलते दिल्ली में आयोजित होने वाले कई कार्यक्रमों को प्रशासन द्वारा स्थगित कराया जा रहा है. बहुत सी जगहों से हॉकर्स और स्ट्रीट वेंडर्स को हटाया जा रहा है.
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