डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार 30 जुलाई 2018 को न्यू अशोक नगर इलाके में एक शख्स पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी. घायल संदीप नागर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसने अपने बयान में बताया कि वह अपनी स्कूटी से अपने अंकल के घर जा रहा था.
उसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने उस पर गोलियां चलाई. वह बचने के लिए अपने घर की तरफ भागा, लेकिन पीछा कर रहे बदमाश उसके ऊपर लगातार गोली चलाते रहे. इस बाबत न्यू अशोक नगर थाने में हत्या प्रयास का मामला दर्ज किया गया था.
लंबे समय से चल रही रंजिश
छानबीन के दौरान पता चला कि संदीप नागर और आरोपियों के बीच लंबे समय से दुश्मनी चल रही है. साल 2012 में उसके रिश्तेदार पंकज नागर की हत्या हो गई थी. गौतम बुद्ध नगर में हुई इस हत्या में संदीप और पंकज गवाह थे. साल 2013 में गौतम बुद्ध नगर में चमन भाटी की हत्या कर दी गई थी.
इस हत्याकांड में भी संदीप नागर गवाह था. साल 2015 में कमल भाटी और संदीप नागर पर विरोधी गैंग ने गोलियां चलाई थी. 27 जुलाई 2018 को कमल भाटी और संदीप नागर पर रणदीप भाटी गैंग ने गौतम बुद्ध नगर में हमला किया था.
तीन आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
इस मामले में सलमान मलिक, बिट्टू भाटी और राजा को लोकल पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बाद में इस मामले को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया. बीते दिसंबर माह में क्राइम ब्रांच की टीम ने सुशील ठाकुर को गिरफ्तार किया था.
इसके बाद हाल ही में एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में एसआई अर्जुन सिंह ने सुमित नागर को गिरफ्तार किया, जो इस मामले में मुख्य आरोपी था. उससे हुई पूछताछ के बाद दो अन्य आरोपियों सनोज और अरविंद कसाना को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह गैंगस्टर रणदीप भाटी के साथी हैं और संदीप नागर की हत्या के लिए उन्हें 10 लाख रुपये में सुपारी मिली थी.