नई दिल्ली: राजधानी स्थित रोहिणी जेल में बंद एक कुख्यात बदमाश ने टैंक रोड पर कारोबार करने वाले शख्स को फोन कर जबरन उगाही के लिए धमकाया. डराने के लिए उसने हथियार से लैस अपने दो शूटर भी कारोबारी के दफ्तर में भेज दिए. लेकिन इसके बावजूद कारोबारी ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को पूरे मामले की शिकायत कर दी. पुलिस ने इस गैंग के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा के अनुसार टैंक रोड पर संदीप प्रॉपर्टी और फाइनेंस का कारोबार करते हैं. बीते 23 फरवरी को उनके मोबाइल पर केशव कक्कड़ नामक शख्स ने फोन कर उन्हें धमकाया. अगले ही दिन वह जब अपने दफ्तर में बैठे थे तो उसी दौरान दो लड़कों ने वहां आकर उनके पार्टनर अमित कुमार पर पिस्तौल तान दी. उन्होंने धमकी देकर रंगदारी मांगी.पीड़ित की शिकायत पर इस बाबत प्रसाद नगर थाने में मामला दर्ज किया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी नरेश कुमार की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज ललित कुमार की टीम ने जांच शुरु की.
जेल से मिली थी कारोबारी को धमकी
छानबीन के दौरान पता चला कि केशव कक्कड़ एक कुख्यात बदमाश है और वह जबरन उगाही, हत्या, हत्या प्रयास, लूट जैसे वारदातों में शामिल रहा है. वह लूट और जबरन उगाही के एक मामले में डेढ़ माह से जेल में बंद है. पुलिस टीम ने जब टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली तो इससे पता चला कि कॉल करने वाला शख्स रोहिणी जेल के पास मौजूद था. इससे यह पुष्टि हो गई कि केशव कक्कड़ ने ही रोहिणी जेल से संदीप को फोन कर धमकाया था. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने उसके साथियों की तलाश शुरु की.
करण संभाल रहा था गैंग की कमान
बीते 4 मार्च को इंस्पेक्टर ललित की टीम ने गुप्त सूचना पर उसके साथी करण को निहाल विहार से पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से एक कट्टा बरामद हुआ. उसकी निशानदेही पर तरुण उर्फ चिकना को भी करोल बाग इलाके से पकड़ लिया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह अपने साथी महेंद्र और सुमित के साथ कारोबारी के दफ्तर में उसे धमकाने गए थे.करण जेल में बंद केशव कक्कड़ का करीबी है. उसके जेल जाने के बाद से उसके इशारे पर करण पूरा गैंग संभाल रहा था. इलाके में वर्चस्व स्थापित करने के लिए करोल बाग और टैंक रोड के कारोबारियों को धमका रहा था.
मंगलवार सुबह पकड़े गए दो आरोपी
यह गैंग अपने साथ हथियार रखता था ताकि धमकी के दौरान लोगों को डरा सके. उनकी निशानदेही पर एक अन्य आरोपी बख्तावर और दिलीप को मंगलवार सुबह पुलिस ने पकड़ लिया. इस वारदात में दिलीप ने बख्तावर को हथियार दिया था. उसने आगे करण, महेंद्र और गोलू को यह हथियार दिया. केशव कक्कड़ के इशारे पर तरुण ने पहले शिकायतकर्ता के दफ्तर की रेकी की और यह जानकारी अपने साथियों के साथ साझा की. इसके बाद उन्होंने जाकर कारोबारी को धमकाया था.