नई दिल्ली: दिल्ली का दिल कहे जाने वाले चांदनी चौक में राजधानी की सबसे पुरानी लाइब्रेरी हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्ररी एक बार फिर आम जनता के लिए खुलने वाली है. दरअसल, हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्रेरी का रिनोवेशन का काम वर्तमान समय मे नॉर्थ एमसीडी के द्वारा किया जा रहा है. जो कि मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा. जिसके बाद मार्च के दूसरे सप्ताह में दिल्ली की मशहूर इस हेरिटेज हरदयाल लाइब्रेरी को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.
पुस्तकों के डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया जारी
आपको बता दें हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्रेरी के रिनोवेशन की प्लानिंग पिछले काफी लंबे समय से चली आ रही थी, जोकि अब पूरा होने जा रहा है. साथ ही हरदयाल लाइब्रेरी के अंदर मौजूद दुर्लभ पुस्तकों के डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया अभी भी जारी है.
8 हजार किताबें दुर्लभ
1862 में स्थापित हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्रेरी में 1.7 लाख किताबें हैं, जिसमें से 8 हजार किताबें दुर्लभ और 350 हाथ से लिखी गई किताबे है. जिनके डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया वर्तमान समय में जारी है. हरदयाल लाइब्रेरी के रिनोवेशन के काम को काफी सावधानी और देखदेख के साथ पूरा किया जा रहा है. जबकि डिस्टलाइजेशन की प्रक्रिया इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स की देखरेख की जा रही है.
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देखा जाए तो 1862 में चांदनी चौक में स्थापित की गई लाइब्रेरी जिसे आजकल हरदयाल मुंसिपल लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है,कि रिनोवेशन का काम नॉर्थ एमसीडी के द्वारा लगभग पूरा कर लिया गया है और मार्च के दूसरे सप्ताह में इसे आम जनता के लिए खोला जा सकता है. मेयर जयप्रकाश ने ईटीवी भारत को बातचीत के दौरान बताया कि हरदयाल म्युनिसिपल लाइब्रेरी राजधानी दिल्ली की हेरिटेज संपत्तियों में से एक है.