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'प्लाज्मा थेरेपी पर केंद्र की टिप्पणी सही, बिना लक्षण वाले न जाएं अस्पताल'

दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इससे जुड़ी अन्य समस्याएं भी खड़ी हो रहीं हैं, इन सबको लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बातचीत की.

satyendra jain
सत्येंद्र जैन
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Published : Apr 29, 2020, 12:55 PM IST

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में अभी कोरोना के कुल 3314 केस हैं, जिनमें से 206 केस कल सामने आए. उन्होंने कहा कि बीते दिन 201 मरीज ठीक हुए हैं और इसके साथ दिल्ली में अब तक 1078 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीजों में से 53 आईसीयू में हैं और 12 वेंटिलेटर पर हैं.



घर पर ही आसोलेशन में रहें

बीते कुछ समय से कई अस्पतालों में यह समस्या आ रही है कि थोड़े से लक्षण सामने आने पर ही लोग अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं, इससे अव्यवस्था उत्पन्न हो रही है और साथ ही मेडिकल स्टाफ्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है. सत्येंद्र जैन ने कहा कि अब नए प्रोटोकॉल के मुताबिक जिन्हें सिम्पटम्स नहीं हैं, या लाइट सिम्पटम्स हैं, वे घर पर ही आइसोलेशन में रह सकते हैं, उन्हें अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं है.



अस्पतालों को डायरेक्शन

इसी समस्या के समाधान की दिशा में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि अस्पताल में इलाज से पहले कोविड टेस्ट कराया जाए. इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस पर हमने डायरेक्शन दे दिया है और अस्पतालों से कहा है कि अगर सिम्पटम्स नहीं हैं, तो इंसिस्ट ना किया जाए.



एक तरफ दिल्ली सरकार प्लाज्मा थेरेपी को सफलता बता रही हैं, वहीं दूसरी तरफ केंद्र ने इसे लेकर सवाल उठा दिया है. इस पूरे विवाद पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा कि यह टेक्निकल काम है और अभी एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर है, जिन लोगों के पास परमिशन नहीं है, उन्हें यह नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमे आशा की किरण नजर आई है, तो ऐसा ना हो कि जिन्हें परमिशन ना हो, वे भी इसे शुरू कर दें.



केंद्र की टिप्पणी सही

सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को इसे लेकर परमिशन मिली है और यह एक्सपर्ट्स का काम है. सरकार सब कुछ चेक करने के बाद परमिशन देती है. उन्होंने बताया कि दिल्ली और मुंबई को इसके लिए परमिशन मिली हुई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शायद उन्हें भी यह परमिशन मिली है और जो एम्स जैसे बड़े संस्थान हैं, उन्हें भी परमिशन है और केंद्र ने इसे लेकर जो कहा है, बिल्कुल ठीक कहा है.

तीन केस मिलने पर इलाका सील

गौरतलब है कि दिल्ली के आसपास के बॉर्डर सील हैं, जिसके कारण पड़ोसी राज्यों से सामान आने में परेशानी हो रही है. इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन का कहना था कि इस मुद्दे पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार से बात चल रही है. दिल्ली में कंटेंमेंट जोन की संख्या 100 तक पहुंच गई है. इसे लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि जहां भी हमें तीन केस मिल रहे हैं, वहां हम कंटेंमेंट जोन बना रहे हैं. इससे मामले कम हो रहे हैं और साथ ही दिल्ली में डबलिंग रेट भी कम हो रहे हैं.

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में अभी कोरोना के कुल 3314 केस हैं, जिनमें से 206 केस कल सामने आए. उन्होंने कहा कि बीते दिन 201 मरीज ठीक हुए हैं और इसके साथ दिल्ली में अब तक 1078 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीजों में से 53 आईसीयू में हैं और 12 वेंटिलेटर पर हैं.



घर पर ही आसोलेशन में रहें

बीते कुछ समय से कई अस्पतालों में यह समस्या आ रही है कि थोड़े से लक्षण सामने आने पर ही लोग अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं, इससे अव्यवस्था उत्पन्न हो रही है और साथ ही मेडिकल स्टाफ्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है. सत्येंद्र जैन ने कहा कि अब नए प्रोटोकॉल के मुताबिक जिन्हें सिम्पटम्स नहीं हैं, या लाइट सिम्पटम्स हैं, वे घर पर ही आइसोलेशन में रह सकते हैं, उन्हें अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं है.



अस्पतालों को डायरेक्शन

इसी समस्या के समाधान की दिशा में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि अस्पताल में इलाज से पहले कोविड टेस्ट कराया जाए. इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस पर हमने डायरेक्शन दे दिया है और अस्पतालों से कहा है कि अगर सिम्पटम्स नहीं हैं, तो इंसिस्ट ना किया जाए.



एक तरफ दिल्ली सरकार प्लाज्मा थेरेपी को सफलता बता रही हैं, वहीं दूसरी तरफ केंद्र ने इसे लेकर सवाल उठा दिया है. इस पूरे विवाद पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा कि यह टेक्निकल काम है और अभी एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर है, जिन लोगों के पास परमिशन नहीं है, उन्हें यह नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमे आशा की किरण नजर आई है, तो ऐसा ना हो कि जिन्हें परमिशन ना हो, वे भी इसे शुरू कर दें.



केंद्र की टिप्पणी सही

सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को इसे लेकर परमिशन मिली है और यह एक्सपर्ट्स का काम है. सरकार सब कुछ चेक करने के बाद परमिशन देती है. उन्होंने बताया कि दिल्ली और मुंबई को इसके लिए परमिशन मिली हुई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शायद उन्हें भी यह परमिशन मिली है और जो एम्स जैसे बड़े संस्थान हैं, उन्हें भी परमिशन है और केंद्र ने इसे लेकर जो कहा है, बिल्कुल ठीक कहा है.

तीन केस मिलने पर इलाका सील

गौरतलब है कि दिल्ली के आसपास के बॉर्डर सील हैं, जिसके कारण पड़ोसी राज्यों से सामान आने में परेशानी हो रही है. इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन का कहना था कि इस मुद्दे पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार से बात चल रही है. दिल्ली में कंटेंमेंट जोन की संख्या 100 तक पहुंच गई है. इसे लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि जहां भी हमें तीन केस मिल रहे हैं, वहां हम कंटेंमेंट जोन बना रहे हैं. इससे मामले कम हो रहे हैं और साथ ही दिल्ली में डबलिंग रेट भी कम हो रहे हैं.

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