नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अलग-अलग विभागों में वरिष्ठ पदों पर तैनात अधिकारियों ने बीते एक सप्ताह के दौरान सरकार के मंत्री पर दुर्व्यवहार करने, धमकाने व दबाव बनाकर नियमों के विरुद्ध जाकर काम लेने की कोशिश करने की शिकायत मुख्य सचिव व उपराज्यपाल से की है. उपराज्यपाल अब इस पर कार्रवाई करने की तैयारी में हैं.
दिल्ली में अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच संबंधों में खटास आ गई है. केंद्र सरकार द्वारा बीते शुक्रवार को लाए गए अध्यादेश से पहले सर्विस विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मुख्य सचिव नरेश कुमार पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था तो वहीं, सर्विस विभाग के पूर्व सचिव आशीष मोरे ने भी मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मंत्री सौरभ भारद्वाज पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा होने की बात लिखी थी. सतर्कता विभाग के प्रमुख सचिव वाईवीवी जे राजशेखर और मंत्री सौरभ भारद्वाज के बीच में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था.
उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों का दावा है कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर मंत्री सौरभ भारद्वाज के बर्ताव पर सवाल उठाए हैं. एलजी विनय कुमार सक्सेना ने इसे गंभीरता से लिया है. इस बाबत मुख्य सचिव को अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के आदेश दिए जाएंगे. ये आरोप मुख्य रूप से दुर्व्यवहार करने, डराने, धमकाने और दबाव बनाकर नियमों के विरुद्ध जाकर काम लेने की कोशिश करने से जुड़े हैं. बताया जा रहा है कि उपराज्यपाल इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए इस पर सख्त एक्शन लेने के मूड में हैं. इस संबंध में जल्द ही मुख्य सचिव से एक रिपोर्ट मांगने वाले हैं.
दिल्ली सरकार की दलील
हालांकि दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि शिकायत करने वाले जितने भी अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं वे सभी उपराज्यपाल के चहेते अधिकारी हैं. और मुख्य सचिव उनके लीडर है. उनमें से कई अधिकारियों को शो कॉज नोटिस दिए थे, जिसका जवाब देने में अब उनको दिक्कत हो रही है. यह सब ऑन रिकॉर्ड है और उन पर आज नहीं तो कल कार्रवाई होना निश्चित है. उसी से बचने के लिए अब यह तरीके अपनाए जा रहे हैं.
केजरीवाल के सरकारी बंगले के निर्माण मामले की जांच कर रहे हैं राजशेखर
बता दें कि सर्विसेस को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिल्ली सरकार के पक्ष में आने के महज एक दिन बाद दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सतर्कता विभाग के सचिव राजशेखर से उनकी जिम्मेदारी वापस ले लेने का आदेश जारी कर दिया और उनका दफ्तर बंद कर दिया गया. आरोप लगा कि राजशेखर वह अधिकारी हैं जो एलजी के आदेश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले के निर्माण में की गई अनियमितताओं की जांच कर रहे थे. उन्हें इस जांच से हटाने के लिए ही मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनसे सभी काम वापस ले लिया था. हालांकि सोमवार को मुख्य सचिव के आदेश पर सतर्कता विभाग के सचिव ने अपने दफ्तर में दोबारा कार्यभार संभाल लिया है.
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