नई दिल्ली: कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी की तरह काम करने वाले रेमेडेसीवर इंजेक्शन के लिए लोग परेशान हैं. डिमांड इतनी हो गई है कि सप्लाई भी नहीं हो पा रही है. यहां तक कि इस इंजेक्शन के नाम पर लोग धोखाधड़ी कर रहे हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार की ओर से इस इंजेक्शन के लिए एक नया सिस्टम तैयार किया गया है. इसके अंतर्गत सीधे तौर पर अस्पताल की ओर से सीधी मांग की जा सकेगी.
अस्पतालों को मिलेगा रेमेडेसीवर इंजेक्शन
दिल्ली में अब कोरोना मरीजों के लिए तीमारदारों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. अब मरीज जिस अस्पताल में भर्ती है उस अस्पताल द्वारा सीधे सरकार से इस इंजेक्शन की मांग की जा सकेगी. दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग के प्रमुख डॉ एसके नासा की ओर से एक आदेश जारी किया गया है जिसमें उन्होंने सरकार और अस्पतालों को रेमेडेसीवर दवा को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक वेबसाइट शुरू किए जाने की जानकारी दी है.
यूनिक आईडी पासवर्ड जनरेट किया जाएगा
विभाग की ओर से कहा गया है कि अस्पताल सरकार और वितरकों के बीच में एक यूनिक आईडी पासवर्ड जनरेट किया जाएगा. जिससे कि सीधे तौर पर अस्पताल सरकार से इंजेक्शन की मांग करेंगे और वितरक उन तक इंजेक्शन पहुंचाएंगे. वेबसाइट पर फार्मा कंपनियों के सभी वितरक की और इंजेक्शन के भंडारण की जानकारी होगी.
इसके साथ ही किसी मरीज के लिए यदि अस्पताल रेमेडेसीवर इंजेक्शन की मांग करेगा तो उसे वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा और वितरक के फोन नंबर आदि से जानकारी लेकर वह इसे मंगा पाएंगे. इसके बाद मरीजों के परिजनों को इंजेक्शन के लिए परेशान नहीं होना होगा. गौरतलब है कि इस इंजेक्शन को लेकर कालाबाजारी की खबरें भी लगातार आ रही है और इस वक्त डिमांड ज्यादा होने के चलते लोगों को इसके लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है.