नई दिल्ली: डीसीपीसीआर की ओर से इसी साल अप्रैल महीने में 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर 93115 51393 शुरू किया गया था, जिस पर कोई भी व्यक्ति या बच्चा किसी भी समस्या को लेकर शिकायत कर सकता है, और बाल अधिकारों को लेकर जानकारी ले सकता है. इस नंबर पर पिछले 3 महीने में 4500 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई है, इसी नंबर पर डीसीपीसीआर को एसओएस शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं, इन एसओएस शिकायतों में से 85 फ़ीसदी को 24 घंटे के भीतर हल कर दिया गया, वहीं 72 घंटे के भीतर कुछ शिकायतों को दूर कर दिया गया.
2029 बच्चों ने कोरोना काल में खो दिए अपने माता-पिता
इसके साथ ही डीसीपीसीआर की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से मिली जानकारी की मदद से कोरोना काल में अपने माता या पिता को खो चुके 2029 बच्चों का पता लगाया गया है, जिनमें से 67 बच्चों ने अपने माता पिता दोनों को खो दिया, जबकि 651 बच्चों ने अपनी मां को और 1311 बच्चों ने अपने पिता को खो दिया. इन बच्चों की जानकारी डीसीपीसीआर ने दिल्ली के महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ भी साझा की है जिससे कि बच्चों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जा सके.
पिछले 13 सालों का डीसीपीसीआर ने तोड़ा रिकॉर्ड
इसके साथ ही डीसीपीसीआर के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने कहा कि पिछले 3 महीने में हेल्पलाइन नंबर के जरिए अधिक से अधिक बच्चों और उनके परिवारों तक पहुंचने की कोशिश की गई है, जिससे कि आयोग उन बच्चों और उनके परिवारों तक मदद पहुंचा सके, उन्होंने कहा कि अभी केवल यह शुरुआत है हेल्पलाइन नंबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, साथ ही जिस प्रकार से पिछले 3 महीने में इस हेल्पलाइन नंबर पर शिकायतें मिली हैं, उसके मुताबिक हो सकता है कि इस वित्त वर्ष लगभग 20,000 शिकायतें प्राप्त हो सकती, जो कि पिछले 3 वर्षों के मुकाबले 1300 फीसदी अधिक हैं, और पिछले 12 सालों में आयोग को प्राप्त शिकायतों का 2.5 गुना है.
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