नई दिल्ली: तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन की टीम ने 11 साल बाद एक घोषित अपराधी को पकड़ने में सफलता हासिल की है. आरोपी का नाम शशि यादव उर्फ सरवन है, जो थाना बांगरमऊ जिला उन्नाव उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. 18 मई 2009 को पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा उसे संसद मार्ग थाने के मुकदमा संख्या 183/2003 में अपराधी घोषित किया गया था.
यह था पूरा मामला
डीसीपी डॉ ईश सिंघल ने बताया कि संसद मार्ग थाने में एक नाबालिग लड़की की शिकायत पर आरोपी शशि यादव और उसके दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोपियों पर आरोप था कि नाबालिग शिकायतकर्ता नॉर्थ एवेन्यू स्थित मिल्क बूथ के बाहर खड़ी थी तो आरोपियों ने नाबालिग शिकायतकर्ता के साथ छींटाकशी की थी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया था. जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट फाइल की गई. ट्रायल के दौरान अनुपस्थित रहने के कारण शशि यादव को कोर्ट द्वारा अपराधी घोषित किया गया था. जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश लंबे समय से कर रही थी.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
डीसीपी ने बताया कि तिलक मार्ग थाने के सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार और हेड कांस्टेबल अजीत सिंह के नेतृत्व में घोषित अपराधी को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम को यह सूचना मिली कि शशि यादव अशोक विहार में अपने किसी दोस्त से मिलने वाला है. सूचना मिलने के बाद अशोक विहार के सत्यवती कॉलेज के पास पुलिस ने जाल बिछाया. जिसके बाद 26 फरवरी को 11 साल बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 1 मार्च तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.