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DCPCR ने अनाथ बच्चों के एडमिशन को लेकर कॉलेजों के वीसी और सरकार को लिखा पत्र

दिल्ली बाल संरक्षण आयोग दिल्ली सरकार और कॉलेजों के वीसी और प्रिंसिपल से अनुरोध किया कि अनाथ बच्चों से इनकम सर्टिफिकेट या दूसरे उनके माता-पिता के दस्तावेज ना मांगे जाएं.

DCPCR के चेयर पर्सन रमेश नेगी, etv bharat
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Published : Aug 26, 2019, 1:20 PM IST

नई दिल्ली : अनाथालय और सरकारी आश्रम में रहने वाले बच्चों को किसी भी स्कूल और कॉलेजों में दाखिले के दौरान मांगे जाने वाले दस्तावेजों को लेकर कई परेशानियां आती हैं. अब इस समस्या को लेकर दिल्ली बाल संरक्षण आयोग कदम उठा रहा है.

DCPCR ने सरकार और कॉलेजों के वीसी को लिखा पत्र

बाल संरक्षण आयोग ने दिल्ली सरकार समेत उच्च शिक्षा विभाग के साथ कॉलेजों के वीसी और प्रिंसिपल को पत्र लिखा है. जिसमें अनुरोध किया गया है कि ऐसे बच्चों से इनकम सर्टिफिकेट या उनके माता-पिता के दस्तावेज ना मांगे जाएं.

'ना मांगा जाए इनकम सर्टिफिकेट'
बच्चों को होने वाली इस परेशानी को लेकर DCPCR के चेयर पर्सन रमेश नेगी ने बताया कि हमारे पास यह समस्या कई सालों से आ रही है.

जिसको लेकर हमने सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार चिल्ड्रंस होम्स के बच्चों को सर्टिफिकेट बना कर दें. जिससे वह बच्चे कहीं भी जाकर दाखिला ले सके या फिर कॉलेजों और स्कूलों में यह कहा जाए कि ऐसे बच्चों से माता-पिता का इनकम सर्टिफिकेट ना मांगा जाए.

'बच्चे योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते है'
रमेश नेगी का कहना था कि दस्तावेजों को लेकर होने वाले इस परेशानी के कारण वह ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं जो सरकार द्वारा हर एक छात्र के लिए चलाई जा रही हैं. लेकिन यह बच्चे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं.

सरकार द्वारा इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन लोगों के लिए ईडब्ल्यूएस कोटा जारी किया गया है. जिसके अंतर्गत किसी भी स्कूल कॉलेजों में छात्रों को दाखिला मिल सकता है लेकिन यह छात्र उसका लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं

नई दिल्ली : अनाथालय और सरकारी आश्रम में रहने वाले बच्चों को किसी भी स्कूल और कॉलेजों में दाखिले के दौरान मांगे जाने वाले दस्तावेजों को लेकर कई परेशानियां आती हैं. अब इस समस्या को लेकर दिल्ली बाल संरक्षण आयोग कदम उठा रहा है.

DCPCR ने सरकार और कॉलेजों के वीसी को लिखा पत्र

बाल संरक्षण आयोग ने दिल्ली सरकार समेत उच्च शिक्षा विभाग के साथ कॉलेजों के वीसी और प्रिंसिपल को पत्र लिखा है. जिसमें अनुरोध किया गया है कि ऐसे बच्चों से इनकम सर्टिफिकेट या उनके माता-पिता के दस्तावेज ना मांगे जाएं.

'ना मांगा जाए इनकम सर्टिफिकेट'
बच्चों को होने वाली इस परेशानी को लेकर DCPCR के चेयर पर्सन रमेश नेगी ने बताया कि हमारे पास यह समस्या कई सालों से आ रही है.

जिसको लेकर हमने सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार चिल्ड्रंस होम्स के बच्चों को सर्टिफिकेट बना कर दें. जिससे वह बच्चे कहीं भी जाकर दाखिला ले सके या फिर कॉलेजों और स्कूलों में यह कहा जाए कि ऐसे बच्चों से माता-पिता का इनकम सर्टिफिकेट ना मांगा जाए.

'बच्चे योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते है'
रमेश नेगी का कहना था कि दस्तावेजों को लेकर होने वाले इस परेशानी के कारण वह ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं जो सरकार द्वारा हर एक छात्र के लिए चलाई जा रही हैं. लेकिन यह बच्चे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं.

सरकार द्वारा इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन लोगों के लिए ईडब्ल्यूएस कोटा जारी किया गया है. जिसके अंतर्गत किसी भी स्कूल कॉलेजों में छात्रों को दाखिला मिल सकता है लेकिन यह छात्र उसका लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं

Intro:अनाथालय और सरकारी आश्रम में रहने वाले बच्चों को किसी भी स्कूल और कॉलेजों में दाखिले के दौरान मांगे जाने वाले दस्तावेजों को लेकर कई परेशानियां आती हैं हाल ही में सरकार द्वारा ईडब्ल्यूएस कोटा जारी किया गया है जिसका उन बच्चों को लाभ नहीं मिल पाता, क्योंकि उनसे उनके माता-पिता का इनकम सर्टिफिकेट मांगा जाता है ऐसे में ना तो वह उस कोटे का लाभ उठा पाते हैं और ना ही कॉलेज और स्कूलों में उन्हें दाखिला मिल पाता है अब इस समस्या को लेकर दिल्ली बाल संरक्षण आयोग कदम उठा रहा है जिसको लेकर उन्होंने दिल्ली सरकार समेत उच्च शिक्षा विभाग के साथ कॉलेजों के वीसी और प्रिंसिपल को पत्र लिखा है जिसमें अनुरोध किया गया है कि ऐसे बच्चों से इनकम सर्टिफिकेट या दूसरे उनके माता-पिता के दस्तावेज ना मांगे जाएं.


Body:अनाथ बच्चों से ना मांगा चाहे इनकम सर्टिफिकेट
बच्चों को होने वाले इस परेशानी को लेकर हमने डीसीपीसीआर के चेयर पर्सन रमेश नेगी से बात की जिन्होंने बताया कि हमारे पास यह समस्या कई सालों से आ रही है जिसको लेकर हमने सरकार से अनुरोध किया है कि या तो उन चिल्ड्रंस होम्स को एक ऐसी अथॉरिटी दी जाए, जिससे कि वह एक सर्टिफिकेट बना कर उन बच्चों को दें जिससे वह कहीं भी जाकर दाखिला ले सके या फिर कॉलेजों और स्कूलों में यह कहा जाए कि उनसे उनके माता-पिता या इनकम सर्टिफिकेट ना मांगा जाए.

डीसीपीसीआर न सरकार और कॉलेजॉन के वीसी को लिखा पत्र

रमेश नेगी का कहना था कि दस्तावेजों को लेकर होने वाले इस परेशानी के कारण वह बच्चे ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं जो सरकार द्वारा हर एक छात्र के लिए चलाई जा रही हैं उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं जिस प्रकार हाल ही में सरकार द्वारा इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन लोगों के लिए ईडब्ल्यूएस कोटा जारी किया गया है जिसके अंतर्गत किसी भी स्कूल कॉलेजों में छात्रों को दाखिला मिल सकता है लेकिन यह छात्र उसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं


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