नई दिल्ली: DU में आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन होता है या कोई ना कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होता है. वहीं कई बार प्रदर्शन में बाहरी लोग शामिल हो जाते हैं जिसका दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को पता ही नहीं चलता और कैंपस में घटना घट जाती है.
अराजक तत्व को रोकने के लिए कमेटी का गठन
इसी पर नियंत्रण लगाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में कुल 20 सदस्य होंगे जिनका मुख्य उद्देश्य कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश पर नजर रखना होगा. वहीं इस कमेटी के सदस्य प्रोफेसर हंसराज सुमन ने बताया कि यह कमेटी कैंपस डेवलपमेंट कमेटी के तत्वाधान में बनाई गई है जिसका मुख्य उद्देश्य डीयू कैंपस में शांति, सुरक्षा और सौहार्द बनाए रखना होगा.
उन्होंने कहा कि अक्सर कैंपस में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बाहरी व्यक्तियों को अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाता है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि प्रदर्शन के दौरान भी बाहरी व्यक्ति परिसर में आ जाते हैं जिसका प्रशासन को भान तक नहीं होता और कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती है. यह कमेटी इस अराजक वातावरण को नियंत्रित करने में सहयोग करेगी. साथ ही दिवाली, होली जैसे विभिन्न उत्सवों को सौहार्दपूर्ण संपन्न किया जा सके इसका खासा ध्यान रखेगी.
कमेटी में शामिल लोग
बता दें कि डीयू द्वारा गठित इस कमेटी में डीन एलुमिनि अफेयर प्रोफेसर सिडनी रिबेरो, समान अवसर प्रकोष्ठ ओएसडी प्रोफेसर अनिल अनेजा, एंथ्रोपॉलजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पीसी जोशी, गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ जसविंदर सिंह, एकेडमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य डॉ हंसराज सुमन, एकेडमिक काउंसिल के सदस्य डॉ रसाल सिंह, एनसीवेब के कार्यवाहक निदेशक डॉ गीता भट्ट व समान अवसर प्रकोष्ठ के ओएसडी डॉ विपिन तिवारी सहित 12 अन्य सदस्य शामिल है.