नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मॉनसून की पहली बरसात के बाद तमाम सिविक एजेंसियों और दिल्ली सरकार के मॉनसून की तैयारियों को लेकर किए गए बड़े-बड़े दावे खोखले साबित हो गए हैं. आज राजधानी दिल्ली में हुई मॉनसून की पहली भारी बरसात के बाद जहां जगह-जगह लोग जलभराव की समस्या से जूझते मिले, वहीं मिंटो ब्रिज एक बार फिर पूरे तरीके से डूब गया और जिसकी वजह से एक व्यक्ति की डूबकर मौत भी हो गई. जबकि तड़के सुबह अन्ना नगर क्षेत्र के अंदर एक दुखद हादसा हुआ. जहां भारी बरसात के बाद नाले के ओवरफ्लो हो जाने की वजह से 10 झुग्गीवासियों के घर नाले में बह गए. जिसके बाद प्रशासन को वहां हालातों को कंट्रोल करने के लिए एनडीआरएफ की टीम को नियुक्त करना पड़ा और एनडीआरएफ की टीम ने सुबह 9:00 बजे वहां पहुंचकर मोर्चा संभाला और सिचुएशन को कंट्रोल किया.
आर्थिक रूप से सहायता देने की मांग
शाम तकरीबन 4:30 बजे दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अन्ना नगर क्षेत्र का दौरा किया और अपने दौरे के दौरान आदेश गुप्ता ने झुग्गीवासियों से बातचीत करके इस दुखद हादसे के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. आदेश गुप्ता ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि यह हादसा दिल्ली सरकार की वजह से हुआ है. हम पिछले काफी लंबे समय से दिल्ली सरकार से अपील कर रहे हैं, कि वह अपने अंतर्गत आने वाले नालों की सफाई करवाये. लेकिन दिल्ली सरकार ने सफाई नहीं करवाई. मेरी दिल्ली सरकार से अपील है कि जितने भी झुग्गीवासियों को आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान हुआ है और उनके सर के ऊपर से घरों की छत छिन गई है. उन सभी को आर्थिक रूप से सहायता दी जाए, ताकि वह दोबारा अपना घर बना सकें.
दिल्ली सरकार पर फोड़ा ठीकरा
बहरहाल कुल मिलाकर देखा जाए तो मॉनसून की आई पहली भारी बरसात के बाद तमाम सिविक एजेंसियों और दिल्ली सरकार की पोल सबके सामने खुलकर आ गई है. जिसके बाद एक बार फिर हर साल की तरह दिल्ली सरकार और निगम एक दूसरे के ऊपर ठीकरा फोड़ रहे हैं. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी निगम की जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए दिल्ली सरकार के ऊपर ठीकरा फोड़ा और कहा कि दिल्ली सरकार उन सभी झुग्गीवासियों की आर्थिक तौर पर सहायता करे, जिनके घर तबाह हो गए हैं.