नई दिल्ली: सीएम केजरीवाल के मुसलमानों द्वारा कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा वोटिंग किये जाने वाले बयान पर मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कड़ा ऐतराज जताया है. मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने इसको लेकर कहा कि सीएम केजरीवाल को माफी मांगनी चाहिए.
लोगों का कहना है कि इस तरह का बयान देकर केजरीवाल ने न केवल मुसलमानों का अपमान किया है बल्कि भारतीय लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया को भी अपमानित किया है.
दिया था ये बयान
गौरतलब है कि पिछले दिनों सीएम केजरीवाल ने बयान दिया था कि 12 मई को मुसलमानों ने दिल्ली में एकतरफा कांग्रेस को वोट किया है. लोगों ने सीएम से सवाल किया कि आखिर उस समय केजरीवाल ने यह बात क्यों नहीं कही जब विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी को भारी भरकम वोटों के साथ बहुमत के मिला था.
'राजनीतिक दल मुसलमानों का करते है इस्तेमाल'
उन्होंने कहा कि सारे राजनीतिक दल चुनावों में मुसलमानों का इस्तेमाल करते आये हैं, लेकिन जब हिस्सेदारी दिए जाने की बात आती है तब सब अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.
यहां तक कि टिकट तक देने में आना कानी करते हैं. केजरीवाल का यह बयान दिल्ली में होने वाली वोटों की गिनती से पहले आया है. ऐसे में इस बयान को लेकर मुस्लिम वर्ग में खासी नाराजगी देखी जा रही है.
सीएम के बयान से मुस्लिम वर्ग काफी मायूस दिखा. दरअसल कांग्रेस के बाद 'आप' ही ऐसा राजनीतिक दल है जिसके साथ मुस्लिम वर्ग बड़ी संख्या में जुड़ा हुआ है. लोकसभा चुनाव में भी मुस्लिम वर्ग ने 'आप' के साथ अपनी आस्था दिखाई और बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. इस बयान का असर आने वाले विधानसभा चुनावों में भी दिखाई दे सकता है.