नई दिल्ली: केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस आप को समर्थन देगी. हम इसका इंतजार कर रहे हैं. ये कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल का. शनिवार को एक सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह बात सच है कि बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी नेताओं की मीटिंग के लिए हमें निमंत्रण मिला है. कांग्रेस ने निमंत्रण भेजा है. पिछली बार जब पटना में बैठक बुलाई गई थी तब कांग्रेस ने कहा था कि संसद सत्र शुरू होने से पहले वह अध्यादेश के खिलाफ समर्थन करेंगे. संसद में जब यह बिल पेश होने के लिए रखा जाएगा तो कांग्रेस इसके खिलाफ वोट करेगी. हम कांग्रेस के बयान का इंतजार कर रहे हैं.
कांग्रेस के पाले में गेंद: आम आदमी पार्टी के मुखिया और उनके नेताओं ने अध्यादेश के मुद्दे पर अपनी गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी है. बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में केजरीवाल एंड पार्टी जाएगी या नहीं अब कांग्रेस के इस कदम पर निर्भर करता है. अगर ऐसा हुआ तो केजरीवाल एंड पार्टी विपक्ष की बैठक में शामिल होगी. ऐसे में अगर केजरीवाल विपक्ष की बैठक में नहीं जाएंगे तो विपक्षी एकता को झटका लगेगा. केजरीवाल देश में चर्चित नेताओं में से एक हैं उनकी पार्टी की राज्यों में सरकार है.
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अध्यादेश पर रुख साफ करें कांग्रेस: आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि आप को कांग्रेस की ओर से बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक का न्योता मिला है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने पटना बैठक में कहा कि वे संसद के मानसून सत्र से 15 दिन पहले दिल्ली अध्यादेश पर अपना रुख साफ कर देंगे. हम भी इसका इंतजार कर रहे हैं. राघव ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टी को दिल्ली में केंद्र के लाए गए अध्यादेश का विरोध करना चाहिए.
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