नई दिल्ली: दिल्ली की डीटीसी की बसों में मार्शल के पदों पर तैनात सिविल डिफेंस के कर्मचारी राजघाट पर एक हफ्ते से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन वह नौकरी की मांग को लेकर कर रहे हैं. इससे पहले लंबे इंतजार और विरोध प्रदर्शन के बाद इन कर्मचारियों को उनकी पांच महीने की बकाया सैलरी तो मिल गई थी, लेकिन अब उनकी मांग है कि उन्हें दोबारा बहाल किया जाए. हालांकि अभी तक उनकी गुहार नहीं सुनी गई है.
ये कर्मचारी दिल्ली सचिवालय के सामने भी धरना दे चुके हैं. तब पुलिस की सख्ती के चलते सभी को वहां से हटना पड़ा था. हालांकि करीब एक सप्ताह से ये सभी राजघाट पर बैठे हैं. धरनारत राजेश और रेखा ने कहा कि, सरकार ने पहले हमें नौकरी पर रखा और अब अचानक हटा दिया. हम किसी की राजनीति का मोहरा नहीं बनना चाहते हैं. हमें केवल हमारी नौकरी वापस चाहिए. जब तक हमे नौकरी नहीं मिलती तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें- Civil defense employees protest: नौकरी से हटाने और बकाया वेतन की मांग को लेकर धरना पर बैठे सिविल डिफेंस कर्मचारी
पिछले आठ सालों से सिविल डिफेंस कर्मचारी के रूप में सेवा दे रहे पवन कुमार पांडे ने कहा कि, 'अब इतने साल काम करने के बाद दूसरी जगह काम मिलना आसान नहीं है, क्योंकि कोई उम्र के पैमाने पर फिट नहीं बैठेगा, तो किसी को क्वॉलिफिकेशन या फिजिकल टेस्ट के आधार पर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. जब इतने साल तक सरकार ने हमसे काम लिया है, तो आगे भी हमारा घर चलता रहे यह सरकार ही सुनिश्चित करे.
यह भी पढ़ें- प्रदर्शनकारी बस मार्शल की मौत पर बीजेपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को बताया असंवेदनशील