नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. न्यूनतम पारा एक डिग्री तक आ गया है. यहां ठंड का सबसे ज्यादा असर तड़के सुबह होता है. दिल्ली में सभी स्कूलें खुली है. ऐसे में बच्चों को सुबह 6 बजे 7 बजे उठकर तैयार होना पड़ता है, ताकि वह स्कूल जा सके. ज्यादातर अभिभावकों ने कहा कि स्कूल को अभी और कुछ दिनों तक बंद रखना चाहिए. एक तो इतनी ठंड है और उसमें भी बच्चों को सुबह उठकर तैयार होना पड़ता है. वहीं, खुद भी तैयार होना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है.
वहीं, बच्चों का भी कहना है कि ठंड में इतने कपड़े पहन कर आना काफी मुश्किल है. आने वाले दिनों में एग्जाम होंगे, इसके लिए स्कूल जाना भी जरूरी है. वहीं कई अभिभावकों का यह भी कहना था कि कोविड काल के चलते स्कूल काफी बंद हो चुके हैं. लिहाजा ठंड तो है ही, लेकिन साथ ही साथ पढ़ाई भी स्कूलों में होना जरूरी है.
मौसम विभाग ने 16 से 21 जनवरी तक पूरे उत्तर भारत के लिए यलो एलर्ट जारी किया है. ऐसे में शीतलहर और कड़ाके की ठंड पड़ेगी. उधर, ठंड के कारण दिल्ली में 14 जनवरी तक सभी स्कूलों को दिल्ली सरकार ने बन्द करने का आदेश दिया था. जैसे ही 16 जनवरी से स्कूल खुले, दिल्ली में ठंड का कहर लगातार जारी है.
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते आ रही सर्द हवाओं के चलते कंपा देने वाली ठंड महसूस की जा रही है. हालांकि, दिन के समय धूप निकलने से लोगों को ठंड से हल्की राहत मिलने का अनुमान है. मौसम विभाग की मानें तो अगले फिलहाल 24 से 48 घंटे तक इसी तरह के हालात बने रहेंगे. इसके बाद दिल्ली के तापमान में सुधार देखा जाएगा.