नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) में बाजार खोले जाने के सम्बन्ध में कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने दिल्ली के उपराजयपाल (lieutenant governor) और मुख्यमंत्री (Chief Minister) को बताया है की दिल्ली के व्यापार के चरित्र को देखते हुए ऑड-ईवन व्यवस्था (odd-even system) को कतई लागू नहीं किया जाए. दिल्ली में एक व्यापारी माल की आपूर्ति के लिए दूसरे व्यापारी पर निर्भर है ऐसे में, ऑड- ईवन व्यवस्था (odd-even system) से दिल्ली का व्यापार विपरीत रूप से प्रभावित होगा.
रात्रि कर्फ्यू लगाया जाए
दिल्ली (Delhi) में मुख्य रूप से दो तरह के थोक एवं रिटेल बाजार है. जिनके व्यापारिक स्वरूप को देखते हुए सरकार दिल्ली (Delhi) में थोक बाजार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक और रिटेल बाजार दोपहर 12 बजे से रात्रि सात बजे तक खोले. वहीं दिल्ली (Delhi) में रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया जाए.
ट्रांसपोर्ट को इजाजत दी जाए
वहीं माल की आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए कैट (CAIT) द्वारा थोक एवं रिटेल बाजार के प्रस्तावित समय में नो एंट्री व्यवस्था को होल्ड पर डालकर अस्थायी तौर पर ट्रांसपोर्ट सेवाओं को भी बाज़ारों के काम करने के समय में ट्रांसपोर्ट को काम करने की इजाजत दी जाए.जिससे दिल्ली शहर में ही एक स्थान से दूसरे स्थान एवं दिल्ली से दूसरे राज्य में माल की आवाजाही आसानी से हो सके.
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40 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान
दिल्ली में लगभग 15 लाख व्यापारी हैं, जो लगभग 40 लाख लोगों को रोजगार देते हैं. पिछले दो महीने में दिल्ली को लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है.
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कुल मिलाकर देखा जाए तो कैट (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली के उप राज्यपाल (lieutenant governor) और मुख्यमंत्री (Chief Minister) से सोमवार से दिल्ली के सभी बाजार खोलने की मांग की है. ताकि दिल्ली के व्यापारी जो आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं उन्हें थोड़ी राहत मिल सके.
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