नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठनों में से एक कैट ने रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखा है. उन्होंने मांग की है कि इस बात की जानकारी तुरंत प्रभाव से दी जाय कि करेंसी नोट के माध्यम से कोरोना वायरस फैलता (Corona Infection From Currency) है या नहीं.
9 मार्च 2020 से लिख रहें है पत्र
प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि CAIT ने 9 मार्च 2020 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को एक पत्र भेजकर पूछा था कि क्या कोरोना करेंसी नोटों के ज़रिए फैल सकता है. वहीं 18 मार्च को भी कैट ने एक अन्य पत्र ICMR के निदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव को लिखा था. उनसे भी यही सवाल किया गया था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया है, जबकि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है. कैट ने आज एक बार फिर डॉक्टर हर्षवर्धन से इस बारे में स्पष्टीकरण देने का आग्रह किया है.
रिसर्च में हुआ खुलासा
खंडेलवाल ने बताया कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ, जर्नल ऑफ़ करेंट माइक्रोबायोलॉज़ी एंड ऐप्लायड साइयन्स, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ फ़ार्मा एंड बायो साइयन्स, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ एडवॉन्स रिसर्च आदि ने भी अपनी अपनी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है कि करेन्सी के ज़रिए संक्रमण(corona infection from currency) होता है. इस दृष्टि से कोरोना काल में करेन्सी का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक किया जाना ज़रूरी है. कैट ने इस मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मांग की है कि वो मामले की गंभीरता को देखते हुए यह स्पष्ट करें.