नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लड़कियों से छेड़छाड़ व छींटाकशी और विरोध करने पर सिरफिरों द्वारा मारपीट या जानलेवा हमला करने की वारदातें अक्सर सामने आती हैं. बहुत से मामलों में तो पीड़ित लड़कियां व महिलाएं बदनामी के डर से पुलिस तक जाती ही नहीं हैं. ऐसी ही लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए दिल्ली पुलिस ने सशक्ति आत्मरक्षा कैंप का आयोजन किया है. यह कैंप 25 मई से लेकर छह जून तक आयोजित किया जाएगा. राजधानी में 5 जगहों पर यह कैंप आयोजित किया जाएगा जिसमें लड़कियों और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे. 011-20865499 पर कॉल करके इच्छुक लड़कियां वह महिलाएं 19 मई तक अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
इस शिविर में शारीरिक प्रशिक्षण देने के साथ ही लड़कियों को मानसिक रूप से भी इस बात के लिए तैयार किया जाएगा कि मुसीबत के समय वह मनचलों से कैसे निपटें. पुलिस का मानना है कि मनचलों से निपटने के लिए लड़कियों को सिर्फ शरीर से नहीं बल्कि इरादों से भी फौलादी बनना होगा. मनचलों को उनकी हरकतों का जवाब मौके पर ही मिल जाए तो वे कभी दोबारा ऐसी हरकत नहीं करेंगे. इसमें इन्हें मुख्य रूप से ताइक्वांडो सिखाया जाएगा. इससे मुसीबत के वक्त में लड़कियों को आत्मरक्षा के साथ ही हमलावर को करारा जवाब देने के लिए तैयार किया जाएगा. वहीं, लड़कियों को मानसिक व बौद्धिक स्तर पर मजबूत करने के लिए भी इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा.
हर उम्र की लड़कियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
इस शिविर में पहली क्लास की बच्चियों से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक की युवतियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा. पांचवीं तक की छात्राओं को गुड टच- बैड टच, अच्छे व बुरे लोगों की पहचान करना सिखाया जाएगा. उन्हें बताया जाएगा कि वे किसी अजनबी के साथ अकेले न जाएं, उससे बात न करें. कोई पड़ोसी या रिश्तेदार उन्हें गलत तरीके से छूता, देखता या व्यवहार करता है तो माता-पिता या विश्वसनीय अभिभावकों को बताएं. स्कूल वैन में चालक-परिचालक और स्कूल के अन्य स्टाफ के व्यवहार के बारे में घरवालों को बताएं. मुसीबत में पुलिस व परिजनों से कैसे मदद मांगें. छात्राओं को पीसीआर, फायर व चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर भी याद कराए जाते हैं.
सोशल मीडिया पर होने वाले अपराध से बचने का तरीका भी सिखाया जाएगा
छठी से 12वीं तक की छात्राओं को आत्मरक्षा के साथ ही जवाबी हमला करने के लिए भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें सेल्फ डिफेंस के साथ ही साइबर क्राइम व कानूनी अधिकार भी बताए जाएंगे. लड़कियों को आम और विशेष आपराधिक हमलों से बचाव व मार्शल आर्ट के जरिये बदमाशों को सबक सिखाने के लिए तैयार किया जाएगा. वहीं, साइबर क्राइम से बचने के लिए तकनीकी जानकारी व साइबर लॉ के साथ यह भी बताया जाएगा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग कर कैसे लड़कियों का शोषण किया जाता है. इससे बचने व अपराधियों को पकड़वाने के लिए क्या करना चाहिए. फेसबुक, वाट्सऐप, यू-ट्यूब, स्नैपचैट, इंस्टाग्राम व ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सर्फिंग के दौरान क्या सावधानी बरतें. वहीं, उन्हें दिल्ली पुलिस के मोबाइल ऐप जैसे हिम्मत प्लस, क्यूआर कोड वाली टैक्सी समेत ऐप बेस्ड टैक्सी में सफर करते समय बरती जाने वाली सावधानियां बताई जाएंगी.