नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में खुद को बचाने के लिए दिल्लीवासी कुछ वक्त के लिए राजधानी से बाहर निकल रहे हैं. शुद्ध हवा में सांस लेने के लिए वे नैनीताल और शिमला पहुंच रहे हैं. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यहां घूमने आने वाले कई पर्यटकों ने अपनी फ्लाइट्स कैंसल कर दी है.
पहाड़ों की तरफ लौट रहे लोग: दिल्ली में पहाड़ी राज्यों से आकर बसे लोग वापस अपने गांव की तरफ रुख कर रहे हैं. मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली हरप्रीत कौर ने बताया कि यहां बढ़ते प्रदूषण के कारण उनकी सास को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. जिसके कारण उन्होंने अपनी सास को गांव उत्तराखंड भेज दिया है. उनका कहना है कि जब दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हो जायेगा तब दिल्ली वापस बुलाएंगी.
पहाड़ी राज्य की रहने वाली रीता ने बताया कि उनको शुद्ध हवा में रहने की आदत है. रोज़गार के चलते दिल्ली आना पड़ा. लेकिन बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में रहना मुश्किल हो रहा है. इसलिए उन्होंने अपने बुजुर्ग माता-पिता को गांव भेज दिया है.
फ्लाइट्स टिकट कैंसिल करवा रहे दिल्ली आने वाले पर्यटक: इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स कमिटी के चेयरमैन और स्टिक ट्रेवल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. सुभाष गोयल ने बताया कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यहाँ घूमने आने वाले कई पर्यटकों ने अपनी फ्लाइट्स कैंसल की है. वहीं, दिल्ली के लोगों ने अन्य राज्यों का रुख करना शुरू कर दिया है. हाल फिलहाल में ऐसी कई बुकिंग आईं हैं जिसमें लोगों ने गोवा, केरल, पहाड़ी राज्यों और श्रीलंका जाने की टिकट बुक की हैं. सुभाष गोयल ने बताया कि सभी का कहना है, दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति जब तक सामान्य नहीं हो जाती तब तक वह दिल्ली के बाहर ही रहेंगे.
10 नवंबर तक बंद रहेंगे प्राथमिक स्कूल: बता दें कि दिल्ली में लगातार कायम वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) को देखते हुए प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने एक्स पर लिखा "चूंकि प्रदूषण का स्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है. इसलिए दिल्ली में प्राथमिक स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे. कक्षा 6 से 12 के लिए स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाओं में शिफ्ट होने का विकल्प दिया जा रहा है."
वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि "केंद्र सरकार के आंकड़े बताते हैं कि पंजाब में पराली पिछले साल से कम जलाई गई है. पंजाब के पराली के धुएं का दिल्ली पर उतना असर नहीं है, जितना हरियाणा और उत्तर प्रदेश का है क्योंकि हवा में गति ही नहीं है. हवा चलेगी तभी तो पंजाब का धुआं दिल्ली तक आएगा. अभी दिल्ली में चारों ओर का धुआं आया है, वो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पराली का धुआं दिल्ली पहुंच रहा है."