नई दिल्ली: विधानसभा सभा का बजट सत्र शुरू होने के बाद विपक्ष के नेताओं द्वारा वित्तमंत्री के खिलाफ बजट लीक करने के मुद्दे को लेकर मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को नोटिस दिया. चर्चा के दौरान विधानसभा में आप विधायक संजीव झा ने एक प्रस्ताव दिया कि विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा की कार्यवाही में लगातार व्यवधान उत्पन्न करने के कारण सदन से बहिष्कृत किया जाए, जिसके बाद सभी सदस्यों ने बहुमत से इस प्रस्ताव को पास कर दिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल द्वारा भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता को एक वर्ष के लिए निष्काषित कर दिया गया.
इस पर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के अंदर जिस तरह के हालात बन रहे हैं, यह सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रिया से बिल्कुल बाहर आ चुकी है. हमने ब्रीच ऑफ प्रिविलेज का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद स्पीकर ने मुझे खुद बुलाया और कहा कि वह उस नोटिस पर बात करना चाहते हैं. मैं उनके चेंबर में उनसे जाकर मिला और उन्होंने मुझे मौका भी दिया. तभी आवाज आने लगी की इनको एक साल के लिए बाहर निकाल दो और उनकी बात भी मान ली गई.
उन्होंने कहा कि मैं जनता चुना हुआ नुमाइंदा हूं और जनता की आवाज उठाने के लिए आया हूं. एक जनप्रतिनिधि के रूप में मुझे बोलने का अधिकार है. आज मैं बहुत प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं. जिस तरह से आज बजट पेश नहीं किया गया और बजट को लेकर नौटंकी की गई, दिल्ली सरकार ने इसे मजाक बनाकर रख दिया है.
यह भी पढ़ें-Delhi Budget Issue: बजट पेश न करने देने पर केजरीवाल की मोदी को चिट्ठी- आप दिल्ली वालों से क्यों हैं नाराज?
उन्होंने आगे कहा कि हम इस पूरे मामले पर लोकसभा स्पीकर से मिलेंगे और कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहेंगे. जिस सरकार का उपमुख्यमंत्री घोटाले में जेल में हो, उस पार्टी को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. भाजपा विधायक ने कहा कि वित्त मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और बजट लीक कैसे हुआ इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. यहां विपक्षी पार्टी के नेताओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें-Delhi Budget Issue: बजट को लेकर विधानसभा में हंगामा, वित्त मंत्री ने उठाई जांच की मांग