नई दिल्लीः कोविड-19 महामारी के दौरान परीक्षा को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन लगातार विरोध जता रहा है. इसी कड़ी में छात्रों द्वारा संयुक्त रूप से आज एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई. जिसमें महामारी के दौरान सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षा, अंडर ग्रेजुएट, थर्ड ईयर के छात्रों की परीक्षाएं और प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर विरोध जताया गया.
कंपार्टमेंट परीक्षा रद्द करने की मांग
छात्रों की तरफ से कहा गया कि मौजूदा हालात में देश घातक महामारी से गुजर रहा है. लोग अपने घरों को छोड़कर काम पर नहीं जा पा रहे हैं. महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, ऐसे में परीक्षाओं का संचालन छात्रों और अभिभावकों के लिए सिरदर्द बन गया है. AISA की तरफ से कहा गया कि 2020 के 10वीं 12वीं के सीबीएससी परिणाम के मुताबिक 12वीं के 87000 से ज्यादा और दसवीं के डेढ़ लाख से ज्यादा छात्रों को कंपार्टमेंट किया गया है, ऐसे में ये छात्र कंपार्टमेंट परीक्षाएं कैसे दे पाएंगे.
'मानसिक पीड़ा दे रही परीक्षाएं'
प्रेस वार्ता के दौरान छात्रों ने कहा कि केवल सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षाओं की बात नहीं है, बल्कि समय में प्रतियोगी परीक्षा और अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाओं को भी रद्द किया जाना चाहिए. क्योंकि यह परीक्षाएं छात्रों को मानसिक रूप से पीड़ा दे रही है.
'स्वास्थ्य को पहुंच रहा खतरा'
इसको लेकर लगातार छात्र संघ अपनी आवाज उठा रहा है और अब माननीय सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगा. जिससे कि इन परीक्षाओं को रद्द किया जा सके. क्योंकि इन परीक्षाओं के आयोजन से ना केवल छात्रों और उनके अभिभावकों को मानसिक पीड़ा हो रही है. बल्कि छात्रों के स्वास्थ्य और अभिभावकों के स्वास्थ्य को भी खतरा बना हुआ है.