नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने बयान दिया है कि, आगामी लोकसभा में किसी को बहुमत न मिलने की स्थिति में समय आने पर महागठबंधन के कुछ घटक दल बीजेपी को अपना समर्थन दे सकते हैं लेकिन शर्त ये होगी कि, पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा बीजेपी का कोई और नेता हो.
![Alka Lamba Tweet](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/2926932_alkalamba.jpg)
अलका लांबा ने किया है ट्विट
रांकपा प्रमुख शरद पवार के इस बयान पर आप की नेता अलका लांबा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस को सावधान रहने की सलाह दी है. आपको बता दें कि फिलहाल दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की कवायद चल रही है. संभावना जताई जा रही है कि बहुत जल्द सात सीटों पर तीन-तीन-एक फार्मूले पर गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो जाए.
क्या हैं शरद के बयान के मायने
इस बयान के कई मायने निकाले जा सकते हैं. क्या खुद रांकपा ऐसा करेगी या फिर कोई और. फिलहाल महागठबंधन में सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, राजद, और दक्षिण भारत से तेलुगु देशम पार्टी शामिल है. आपको बता दें कि टीडीपी पहले एनडीए का ही घटक दल था लेकिन पिछले साल आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा वाले मसले पर उसने अपना साथ छोड़ दिया था.
क्या कहना चाहते हैं शरद?
बहुत संभावना है कि वे ही दोबारा एनडीए के पाले में चले जाएं. हालांकि जिस तरीके की तकरार दोनों पार्टियों के बीच देखने को मिली थी उससे ऐसी संभावना कम ही बनती है.
राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है कि आखिर शरद पवार के बयान के मायने क्या हैं.