नई दिल्ली: एम्स के डॉक्टरों ने एक रिसर्च की है जिसमें हार्ट की सर्जरी होने से पहले की जाने वाली जांच को अब 3D तकनीकी के प्रयोग से देखा जा सकेगा. इसकी मदद हार्ट का इलाज अब और बेहतर होगा.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आने वाले समय में कई ऐसी नई तकनीक का उपयोग करने वाला है, जिससे कि मरीजों को होने वाली बीमारी का बेहतर उपचार मिल सकेगा.
2 D के माध्यम से होती है अभी जांच
एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.सौरभ गुप्ता (कार्डियोलॉजी) ने बताया कि अभी तक हार्ट की सर्जरी से पहले होने वाली जांच को 2 D के माध्यम से देखा जाता है. कई बार जांच के बाद सर्जरी की जाती है. जिससे स्थिति में कई बार परिवर्तन दिखाई देता है.
ऐसे में डॉक्टरों को सर्जरी के दरमियान थोड़ी दिक्कत अभी आती है, लेकिन 3d तकनीकी के जरिए सर्जरी करने से पहले होने वाली जांच को पहले ही बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा.
हार्ट खुद 3D होता है
डॉक्टर ने बताया कि हार्ट की बनावट खुद 3D होती है. ऐसे में अभी तक 2D में देखना कई बार दिक्कत भी पैदा करता था. 3D तकनीकि का प्रयोग एक बेहतर तरीका होगा, जिसका प्रयोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक नया आयाम साबित हो सकेगा.
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस तकनीकि को अभी सैम्पल के तौर पर उपयोग किया जा चुका है. अभी तक यह काफी सफल रहा है. ऐसे में जल्द ही इस तकनीकि को प्रयोग में लाया जाएगा.