ETV Bharat / state

अब इस खास तकनीक से होगी हमारे 3D हार्ट की जांच - heart surgery

आने वाले समय में भारत को नई और बेहतर स्वास्थ सुविधाएं मिलेने वाली हैं, जिससे मरीजों को काफी लाभ मिल सकेगा. एम्स के डॉक्टर हार्ट की सर्जरी से पहले होने वाली जांच के लिए 3D तकनीक का प्रयोग करने जा रहे हैं.

3D तकनीक से होगी हार्ट की जांच
author img

By

Published : Mar 28, 2019, 5:19 AM IST

Updated : Mar 28, 2019, 5:59 AM IST

नई दिल्ली: एम्स के डॉक्टरों ने एक रिसर्च की है जिसमें हार्ट की सर्जरी होने से पहले की जाने वाली जांच को अब 3D तकनीकी के प्रयोग से देखा जा सकेगा. इसकी मदद हार्ट का इलाज अब और बेहतर होगा.


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आने वाले समय में कई ऐसी नई तकनीक का उपयोग करने वाला है, जिससे कि मरीजों को होने वाली बीमारी का बेहतर उपचार मिल सकेगा.

2 D के माध्यम से होती है अभी जांच
एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.सौरभ गुप्ता (कार्डियोलॉजी) ने बताया कि अभी तक हार्ट की सर्जरी से पहले होने वाली जांच को 2 D के माध्यम से देखा जाता है. कई बार जांच के बाद सर्जरी की जाती है. जिससे स्थिति में कई बार परिवर्तन दिखाई देता है.

3D तकनीक से होगी हार्ट की जांच


ऐसे में डॉक्टरों को सर्जरी के दरमियान थोड़ी दिक्कत अभी आती है, लेकिन 3d तकनीकी के जरिए सर्जरी करने से पहले होने वाली जांच को पहले ही बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा.

हार्ट खुद 3D होता है
डॉक्टर ने बताया कि हार्ट की बनावट खुद 3D होती है. ऐसे में अभी तक 2D में देखना कई बार दिक्कत भी पैदा करता था. 3D तकनीकि का प्रयोग एक बेहतर तरीका होगा, जिसका प्रयोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक नया आयाम साबित हो सकेगा.

उन्होंने बताया कि फिलहाल इस तकनीकि को अभी सैम्पल के तौर पर उपयोग किया जा चुका है. अभी तक यह काफी सफल रहा है. ऐसे में जल्द ही इस तकनीकि को प्रयोग में लाया जाएगा.

नई दिल्ली: एम्स के डॉक्टरों ने एक रिसर्च की है जिसमें हार्ट की सर्जरी होने से पहले की जाने वाली जांच को अब 3D तकनीकी के प्रयोग से देखा जा सकेगा. इसकी मदद हार्ट का इलाज अब और बेहतर होगा.


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आने वाले समय में कई ऐसी नई तकनीक का उपयोग करने वाला है, जिससे कि मरीजों को होने वाली बीमारी का बेहतर उपचार मिल सकेगा.

2 D के माध्यम से होती है अभी जांच
एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.सौरभ गुप्ता (कार्डियोलॉजी) ने बताया कि अभी तक हार्ट की सर्जरी से पहले होने वाली जांच को 2 D के माध्यम से देखा जाता है. कई बार जांच के बाद सर्जरी की जाती है. जिससे स्थिति में कई बार परिवर्तन दिखाई देता है.

3D तकनीक से होगी हार्ट की जांच


ऐसे में डॉक्टरों को सर्जरी के दरमियान थोड़ी दिक्कत अभी आती है, लेकिन 3d तकनीकी के जरिए सर्जरी करने से पहले होने वाली जांच को पहले ही बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा.

हार्ट खुद 3D होता है
डॉक्टर ने बताया कि हार्ट की बनावट खुद 3D होती है. ऐसे में अभी तक 2D में देखना कई बार दिक्कत भी पैदा करता था. 3D तकनीकि का प्रयोग एक बेहतर तरीका होगा, जिसका प्रयोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक नया आयाम साबित हो सकेगा.

उन्होंने बताया कि फिलहाल इस तकनीकि को अभी सैम्पल के तौर पर उपयोग किया जा चुका है. अभी तक यह काफी सफल रहा है. ऐसे में जल्द ही इस तकनीकि को प्रयोग में लाया जाएगा.

Intro:सर्जरी के लिए होने वाली जांच में होगी 3D तकनीकि का उपयोग

नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आने वाले समय में कई ऐसी नई तकनीक का उपयोग करने वाला है, जिससे कि मरीजों को होने वाली बीमारी का बेहतर उपचार मिल सकेगा. आपको पता दें कि एम्स के डॉक्टरों ने एक रिसर्च की है जिसमें हार्ड की सर्जरी होने से पहले की जाने वाली जांच को अब 3D तकनीकी का प्रयोग से देखा जा सकेगा. इसके लिए एम्स डॉक्टरों की टीम ने तकनीकी का सहारा लिया है जिससे कि हार्ट का इलाज अब और बेहतर होगा.


Body:एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.सौरभ गुप्ता (कार्डियोलॉजी)ने बताया कि अभी तक हार्ट की सर्जरी से पहले होने वाली जांच को 2 D के माध्यम से देखा जाता है. कई बार जाट के बाद सर्जरी की जाती है तो स्थिति में कई बार परिवर्तन दिखाई देता है ऐसे में डॉक्टरों को सर्जरी के दरमियान थोड़ी दिक्कत अभी आती है .लेकिन 3d तकनीकी के जरिए सर्जरी करने से पहले होने वाली जांच को पहले ही बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा.

हार्ट खुद 3D होता है
डॉक्टर ने बताया कि हार्ट की बनावट खुद 3D होती है.ऐसे में अभी तक 2D में देखना कई बार दिक्कत भी पैदा करता था.3D तकनीकि का प्रयोग एक बेहतर तरीका होगा.जिसका प्रयोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक नया आयाम साबित हो सकेगा.उन्होंने बताया कि फिलहाल इस तकनीकि को अभी सैम्पल के तौर पर उपयोग किया जा चुका है.अभी तक यह काफी सफल रहा है.ऐसे में जल्द ही इस तकनीकि को प्रयोग में लाया जाएगा.


Conclusion:फ़िलहाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की ओर से रिसर्च के बाद दिस तरीके की तकनीक को का प्रयोग किया जा रहा है. उससे यह कहना मुनासिफ होगा कि आने वाले समय में भारत को नई स्वास्थ सुविधाएं मिलेगी.जिससे मरीजों को लाभ मिल सकेगा.
Last Updated : Mar 28, 2019, 5:59 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.