नई दिल्ली: सुल्तानपुरी की सड़कों पर अवारा जानवरों के आतंक से लोगों को काफी परेशानी होती है. ख़ासतौर से बच्चों और महिलाओं को तो बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है. बीच रास्ते में गाय खड़ी हो जाती है, जिससे राहगीरों को आवाजाही में परेशानी तो होती ही है साथ ही हादसे का भी डर बना रहता है. गाय पालने वाले लोग दूध निकाल कर सड़कों पर भूखा मरने के लिए छोड़ देते हैं, वहीं प्रशासन आंख बंद करके चुप्पी साधे बैठा है.
दूध निकाल कर सड़कों पर छोड़ी गाय
कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने बताया दूध के व्यापार करने वाले सिर्फ अपना फायदा सोचते हैं ना कि दूसरों का. सड़कों की तो छोड़ो गलियों में भी गाय इस कदर भागती है कई बार तो बच्चे नीचे आ जाते हैं. इन लोगों पर ना तो एमसीडी के अधिकारी पाबंदी लगाते हैं और ना ही पुलिस प्रशासन. जबकि सबसे ज्यादा इन पालतू गाय की वजह से हादसे होते हैं, जिन्हें दूध निकाल कर छोड़ दिया जाता है.
सड़कों पर मर रही गायें
ये अवारा गायें सड़कों पर कूड़ा कचरा खाकर गाय बीमार होती हैं और मर जाती हैं. उसके बाद भी मरे हुए जानवरों को उठाने के लिए एमसीडी के कर्मचारी जल्दी नहीं आते और क्षेत्र में प्रदूषण होता है.
कार्रवाई करे प्रशासन
राहगीर सोमबीर कुशवाहा ने बताया कि वे अवारा जानवरों की वजह से दो बार एक्सीडेंटल होने से बचे हैं. कई बार तो एक्सीडेंट इतना गंभीर होता है कि कई लोगों की मौत भी हो जाती है. एमसीडी को इन गाय पालने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं गायों को अवारा छोड़ने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.