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Delhi Politics: सौरभ भारद्वाज ने LG को लिखा पत्र, कहा- कृपया हनुमान मंदिर को तोड़ने का आदेश वापस लें

दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर छावला स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ने वाले आदेश को वापस लेने के लिए कहा है. उनका कहना है कि ग्रामीणों का उस मंदिर के प्रति आस्था है, इसलिए इस आदेश को कृपया वापस लें.

सौरभ भारद्वाज ने LG को लिखा पत्र
सौरभ भारद्वाज ने LG को लिखा पत्र
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Published : Jul 4, 2023, 4:59 PM IST

Updated : Jul 4, 2023, 5:45 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है. उनसे गुजारिश की है कि वे दिल्ली के छावला स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ने के अपने आदेश को वापस ले लें. भारद्वाज ने पत्र में लिखा है कि कुछ दिनों पहले मटियाला से चुने हुए आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह का पत्र उन्हें मिला था. जिसमें उन्होंने चिंता व्यक्त की थी कि उनकी विधानसभा में आने वाले छावला में एक प्राचीन हनुमान मंदिर को ढहाने का आदेश एलजी ने पारित किया है. इससे आसपास के गांव वाले काफी चिंतित और नाराज हैं.

छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर में सौरभ भारद्वाज
छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर में सौरभ भारद्वाज

भारद्वाज ने कहा कि वे भी नजफगढ़ ड्रेन के निरीक्षण पर उस इलाके में गए थे तो वहां के स्थानीय विधायक छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर लेकर गए. वहां बहुत सारे ग्रामीण इकट्ठे हो गए. सभी लोगों ने यह बात बताई कि इस पुल पर और इस इलाके में बहुत दुर्घटनाएं हुआ करती थी. फिर गांव के बुजुर्गों ने यहां पर हनुमान जी की प्रतिमा को स्थापित करने का निर्णय लिया. गांव वालों का मानना है कि उनकी आस्था है कि जब से यहां पर हनुमान जी स्थापित किए गए हैं तब से यहां पर दुर्घटनाएं होनी बंद हो गई. आसपास के गांव से भी लोग इस मंदिर पर हनुमान जी की पूजा करने आते हैं.

कृपया हनुमान मंदिर को तोड़ने का आदेश वापस लें
कृपया हनुमान मंदिर को तोड़ने का आदेश वापस लें

ये भी पढ़ें: CM केजरीवाल को बड़ा झटका, LG ने सरकार के 400 सलाहकार, विशेषज्ञ, फेलो को किया बर्खास्त

आदेश पर दोबारा विचार करने की गुजारिश: दिल्ली सरकार के मंत्री ने आगे पत्र में लिखा कि वह स्वयं हनुमान मंदिर जाकर पूजा अर्चना की और पाया कि गांव वालों की आस्था उस मंदिर के साथ जुड़ी है. इसलिए निवेदन है कि मंदिर को ढहाने का जो आदेश दिया गया है, उस आदेश पर दोबारा विचार करें. बता दें, राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग इलाकों में पिछले दिनों सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों को वहां से शिफ्ट करने का काम जोर-शोर से चल रहा है. कई जगहों पर इसका विरोध भी हुआ. जिसक कारण कार्रवाई करने वाली एजेंसी को अन्य प्लान बनाना पड़ा था.

ये भी पढ़ें: Delhi Govt vs LG: अब स्पेशलिस्ट को लेकर दिल्ली सरकार और LG के बीच टकराव, आगे क्या करेंगे केजरीवाल?

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है. उनसे गुजारिश की है कि वे दिल्ली के छावला स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ने के अपने आदेश को वापस ले लें. भारद्वाज ने पत्र में लिखा है कि कुछ दिनों पहले मटियाला से चुने हुए आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह का पत्र उन्हें मिला था. जिसमें उन्होंने चिंता व्यक्त की थी कि उनकी विधानसभा में आने वाले छावला में एक प्राचीन हनुमान मंदिर को ढहाने का आदेश एलजी ने पारित किया है. इससे आसपास के गांव वाले काफी चिंतित और नाराज हैं.

छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर में सौरभ भारद्वाज
छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर में सौरभ भारद्वाज

भारद्वाज ने कहा कि वे भी नजफगढ़ ड्रेन के निरीक्षण पर उस इलाके में गए थे तो वहां के स्थानीय विधायक छावला ब्रिज के प्राचीन हनुमान मंदिर लेकर गए. वहां बहुत सारे ग्रामीण इकट्ठे हो गए. सभी लोगों ने यह बात बताई कि इस पुल पर और इस इलाके में बहुत दुर्घटनाएं हुआ करती थी. फिर गांव के बुजुर्गों ने यहां पर हनुमान जी की प्रतिमा को स्थापित करने का निर्णय लिया. गांव वालों का मानना है कि उनकी आस्था है कि जब से यहां पर हनुमान जी स्थापित किए गए हैं तब से यहां पर दुर्घटनाएं होनी बंद हो गई. आसपास के गांव से भी लोग इस मंदिर पर हनुमान जी की पूजा करने आते हैं.

कृपया हनुमान मंदिर को तोड़ने का आदेश वापस लें
कृपया हनुमान मंदिर को तोड़ने का आदेश वापस लें

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आदेश पर दोबारा विचार करने की गुजारिश: दिल्ली सरकार के मंत्री ने आगे पत्र में लिखा कि वह स्वयं हनुमान मंदिर जाकर पूजा अर्चना की और पाया कि गांव वालों की आस्था उस मंदिर के साथ जुड़ी है. इसलिए निवेदन है कि मंदिर को ढहाने का जो आदेश दिया गया है, उस आदेश पर दोबारा विचार करें. बता दें, राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग इलाकों में पिछले दिनों सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों को वहां से शिफ्ट करने का काम जोर-शोर से चल रहा है. कई जगहों पर इसका विरोध भी हुआ. जिसक कारण कार्रवाई करने वाली एजेंसी को अन्य प्लान बनाना पड़ा था.

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Last Updated : Jul 4, 2023, 5:45 PM IST
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