नई दिल्ली: लोकसभा में पेश हुए GNCTD एक्ट में संशोधन के बिल को लेकर आम आदमी पार्टी संसद से सड़क तक केंद्र और भाजपा पर हमलावर है. एक तरफ आम आदमी पार्टी के तीनों राज्यसभा सांसद संसद में इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, वहीं जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी ने आक्रोश प्रदर्शन किया. इसमें पार्टी के सभी नेताओं, मंत्रियों सहित हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे.
मंत्री गोपाल राय ने इस आक्रोश प्रदर्शन के सम्बोधन के दौरान केंद्र की तुलना रावण से की. गोपाल राय ने कहा कि रावण ने राम को रोकने के लिए पहले अपने भाइयों को भेजा था, बेटे को भेजा फिर वो आया. अमित शाह ने दिल्ली में अपने नेताओं को बुलाया, देशभर के मुख्यमंत्रियों को बुलाया, फिर खुद आए अरविंद केजरीवाल को उखाड़ फेंकने के लिए. लेकिन दिल्ली की जनता ने उन्हें जवाब दे दिया.
देशभक्ति के खिलाफ है यह कदम
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा केजरीवाल सरकार के काम से परेशान है और वे अब हमें रोकना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमने देशभक्ति बजट पेश किया, ये देशभक्ति के खिलाफ हैं. ये लोग नहीं चाहते कि हम 2047 में दिल्ली में ओलंपिक खेल करा लें. ये नहीं चाहते कि हमारे बच्चे आगे बढ़ें. ये चाहते हैं कि बिजली, पानी स्कूल, अस्पताल महंगे होते रहें. उन्होंने कहा कि ये केजरीवाल की लड़ाई नहीं है, यह आम दिल्ली वाले की लड़ाई है.
तो हमारा क्या मतलब होगा
अरविंद केजरीवाल ने अपने सम्बोधन में सीधे तौर पर केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोला. सीएम ने सबसे पहले, इस प्रदर्शन में आए लोगों की संख्या को लेकर कहा कि केंद्र के नए संशोधन बिल से लोगों में गुस्सा है. उन्होंने कहा कि ये जो बिल लेकर आए हैं, उसमें लिखा है कि दिल्ली में अब सरकार का मतलब होगा उपराज्यपाल, तो फिर हमारा क्या मतलब होगा, दिल्ली की जनता का क्या होगा, मुख्यमंत्री का क्या होगा.
ये सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं मानते
सीएम ने सवाल किया कि यही करना था, तो फिर दिल्ली में चुनाव क्यों कराए थे. 2018 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अब कोई फाइल उपराज्यपाल के पास नहीं जाएगी. लेकिन ये सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि ये तो गलत बात है, ये धोखा हो गया हमारे साथ. 2015 और 2020 की चुनावी सफलता का भी सीएम ने जिक्र किया.
दिल्ली में नहीं खरीद पाए विधायक
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2015 में जनता ने हमें 67 सीट दीं, 2020 में 62 सीट दी और हालिया निगम उपचुनाव में भाजपा को ज़ीरो सीटें मिलीं. जनता यही कह रही है कि हमें भाजपा नहीं आम आदमी पार्टी चाहिए. सीएम ने कहा कि यह उसी तरह हो गया, जैसे कोई छोटा बच्चा क्रिकेट में हारने पर बैट-बॉल लेकर भाग जाता है. बाकी जगह जब सरकार नहीं बनती, तो ये विधायक खरीदकर सरकार गिरा देते हैं. दिल्ली में भी इन्होंने कोशिश की, लेकिन खरीद नहीं पाए.
काम में कंपटीशन करो
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसलिए अब ये कानून में बदलाव कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की जनता कह रही है कि काम हो रहा है और ऐसा ही काम गुजरात, यूपी और हिमाचल की भी जनता चाहती है. इसलिए इन्हें तकलीफ हो रही है. सीएम ने भाजपा को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में अच्छा काम हो रहा है, तो तुम भी अच्छा काम करो, कम्पटीशन करना है, तो काम में करो.
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अच्छे काम का साथ देना देशभक्ति
सीएम ने यहां तक कहा कि खुद तो करोगे गुंडागर्दी और दिल्ली में जो अच्छा काम हो रहा है, तो उसे रोकना चाहते हो. उन्होंने कहा कि देशभक्ति यह है कि अगर देश में कहीं अच्छा काम हो रहा, तो आप उसका साथ दें, उसे रोकना अच्छा काम नहीं है. सीएम ने कहा कि मैं आज दिल्ली की जनता की तरफ से केंद्र को अपील करना चाहता हूं कि अभी भी इस कानून को वापस ले लो, जनता की ताकत को मत छीनो, जनता को धोखा मत दो.
हम करते रहेंगे संघर्ष
आजादी के 75 साल का जिक्र करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि क्या हमारे क्रांतिकारियों ने यही सोचा था कि जब देश की आजादी के 75 साल होंगे, तब सरकारें ऐसा करेंगीं. शहीदों ने इसलिए कुर्बानी दी थी कि जनता की चुनी हुई सरकार देश पर राज करे. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली की जनता को भरोसा देना चाहता हूं कि चिंता मत करना. हम ये संघर्ष करते रहेंगे, ये सत्ता वापस लेकर रहेंगे, काम नहीं रुकने देंगे.
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नहीं रुकने देंगे जनता का काम
सीएम ने कहा कि पहले जब सारी फाइल उपराज्यपाल के पास जाया करती थीं, तब उन्होंने सीसीटीवी की फाइल रोक ली थी और तब भी हमने धरना किया और फाइल पास कराई. उन्होंने कहा कि अब भी जो करना होगा, करेंगे लेकिन दिल्ली की जनता का काम नहीं रुकने देंगे. हाथ से इशारा करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि चाहे इनके पैर पकड़ने पड़ें, थोड़ा सा हाथ, हम अधिकार नहीं जाने देंगे.