नई दिल्ली: पूर्ण राज्य का मुद्दा अब दिल्ली की चुनावी सियासत का केंद्र बिंदु बन गया है. आम आदमी पार्टी तो इसे तूल दे ही रही थी, इसपर भाजपा का अपने पुराने स्टैंड से पीछे हटना 'आप' को और मुखर कर रहा है.
पूर्ण राज्य के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी हर दिन कुछ ऐसा कर रही है, जिससे इस मुद्दे पर इनकी सक्रियता बनी रहे. इसे लेकर भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कल ही अरविंद केजरीवाल ने भाजपा का 2014 का स्पेशल मेनिफेस्टो जलाया था. इसके एक दिन बाद ही आज गोपाल राय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और पूर्ण राज्य को लेकर भाजपा के तमाम नेताओं के बयान वाला एक वीडियो मीडिया को दिखाया.
इस वीडियो में साहिब सिंह वर्मा, मदन लाल खुर्राना, विजय गोयल, हर्षवर्धन आदि नेताओं के तब के बयान सहेजे गए हैं, जब इन्होंने पूर्ण राज्य की वकालत की थी. इसके अलावा इसमें उन डॉक्युमेंट्स की की फोटो भी है, जिसमें पूर्ण राज्य के मुद्दे पर भाजपा का स्टैंड साफ दिखता है. इस वीडियो के जरिए आम आदमी पार्टी ने यह दिखाने की कोशिश की है कि पूर्ण राज्य के मुद्दे पर भाजपा के तब के स्टैंड और अब के बयानों में कितना अंतर है.
वीडियो दिखाने के बाद गोपाल राय ने कहा कि आपने इसमें देखा कि विजय गोयल तब कैसे पूर्ण राज्य को दिल्ली के लिए जरूरी बता रहे हैं, लेकिन अब वे कहते हैं कि पूर्ण जरूरी तो है पर केजरीवाल के रहते दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई काम तभी हो सकता है जब कोई आदमी सत्ता में नहीं रहे. ऐसा किसी कानून में है क्या? वहीं उन्होंने मनोज तिवारी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि पूर्ण राज्य का मुद्दा अब भाजपा के मेनिफेस्टो में नहीं रहेगा.