नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है. लगातार बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं कोरोना के नए मामलों में हेल्थ वर्कर्स भी शामिल हैं. ऐसे में अस्पतालों में हेल्थ वर्कर्स की कमी ना हो, इसे देखते हुए दिल्ली सरकार लगातार कदम उठा रही है. इसी क्रम में अब उन डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को सेवा विस्तार देने का फैसला हुआ है, जिनका टेन्योर 31 मार्च 2020 को खत्म हो चुका है, या अब खत्म होने वाला है.
यह भी पढ़ेंः-दिल्ली में बढ़ी पाबंदियां: मेट्रो, बसों और सिनेमाहॉल में 50 फीसदी लोग ही जा सकेंगे
मेडिकल इंस्टीट्यूशन्स को आदेश
इसे लेकर जारी हुए आदेश में कहा गया है कि मेडिकल इंस्टीट्यूशन्स के प्रमुख अपने यहां वर्तमान में काम कर रहे उन सभी सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दें, जिनका कार्यकाल 31 मार्च 2020 को पूरा हो गया है या जल्द पूरा होने वाला है. यह भी कहा गया है कि खाली पोस्ट के लिए अगर नए कैंडिडेट्स उपलब्ध न हों, तो उन कैंडिडेट्स में से सीनियर रेजिडेंट्स, जूनियर रेजिडेंट्स की भर्ती करें, जिन्होंने अपना रेजीडेंसी टेन्योर पहले ही पूरा कर लिया है.
यूनानी हॉस्पिटल में भी कोरोना का इलाज
बता दें कि बढ़ते कोरोना को देखते हुए आज ही दिल्ली सरकार ने चौथे और पांचवें साल के MBBS छात्रों, इन्टर्नस और BDS पास डॉक्टर्स को कोरोना की ड्यूटी में लगाने का फैसला किया है. इसके अलावा, कोरोना बेड्स की संख्या बढ़ाने के लिए आज एक और अस्पताल को कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल घोषित किया गया है. सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिब्बिया हॉस्पिटल में भी अब कोरोना का इलाज होगा. इस कोविड हेल्थ सेन्टर में 100 बेड्स होंगे.