नई दिल्ली: भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को 15 जून तक कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करनी है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में हाई लेवल मीटिंग चल रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले 15 दिनों से रोजाना इस मामले पर वरिष्ठ अधिकारी जांच टीमों से मीटिंग में रिपोर्ट ले रहे हैं. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और गृह मंत्री अमित शाह से पहलवानों की मुलाकात के बाद मामले की जांच में तेजी आई है.
वरिष्ठ अधिकारी मीटिंग में इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि कोर्ट में चार्जशीट लगाई जाए या क्लोजर रियोर्ट. 2012 से लेकर 2022 तक के दौरान महिला खिलाड़ियों ने सांसद बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाएं. ऐसे में सबूत जुटाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. इसे लेकर पुलिस में असमंजस है, क्योंकि जो भी रिपोर्ट लगाए, कोर्ट में एक एक सवाल का सुबूत के साथ जवाब देना पड़ेगा. एफआईआर दर्ज करने में देरी के कारण सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद हुई किरकिरी दोबारा न हो, इसे लेकर पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही है. जांच टीमें भी कदम कदम पर जॉइंट कमिश्नर लेवल के अधिकारियों से दिशानिर्देश ले रही हैं.
चार महिला पहलवानों ने दिए सबूत: बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली 6 महिला पहलवानों में से चार ने दिल्ली पुलिस को ऑडियो, वीडियो सुबूत उपलब्ध करा दिए हैं. साथ ही महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को व्हाट्सएप चैट भी सुबूत के रूप में सौंपे हैं. दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों से हाल ही में वह सबूत सौंपने के लिए कहा था, जो उनके आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त हों. हालांकि, सबूत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन्हें खिलाड़ियों के आरोप को साबित करने के लिए अपर्याप्त बताते हुए और सबूत देने की मांग की है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि महिला खिलाड़ी अपने पक्ष में जितने सबूत दे सकेंगे केस उतना ही अधिक मजबूत होगा. वहीं दो महिला पहलवानों ने कोई सबूत नहीं दिया है.
बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को हरियाणा बंद का ऐलान: इस बीच हरियाणा की खाप पंचायतों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 14 जून को हरियाणा बंद का ऐलान कर दिया है. ऐसे में पुलिस पर दोहरा दबाव आ गया है. दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच को अंतिम रूप देने में जुटी है.
बृजभूषण अपने बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नैरेटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान करने में लगा है, इसलिए उसकी गिरफ्तारी जरूरी है. पुलिस हमें तोड़ने की बजाए उसको गिरफ्तार कर ले तो इंसाफ की उम्मीद हैं वरना नहीं. महिला पहलवान पुलिस इन्वेस्टीगेशन के लिए क्राइम साइट पर गई थीं, लेकिन मीडिया में चलाया गया कि वे समझौता करने गई हैं.
विनेश फोगाट, बृजभूषण सिंह के आवास पर दिल्ली पुलिस के जाने के मसले पर (9 जून को)
महिला पहलवान पुलिस इन्वेस्टीगेशन के लिए क्राइम साइट पर गई, लेकिन मीडिया में चलाया कि वे समझौता करने गई हैं. बृजभूषण की यही ताकत है. वह बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नैरेटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान कर रहा है. उसकी गिरफ्तारी जरूरी है.
बजरंग पुनिया, पहलवान (9 जून)
नाबालिग के मामले में हटाई जा सकती हैं पोक्सो की धाराएं: बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग पीड़िता ने अपने बयान वापस ले लिए हैं, जिससे सिंह को कुछ राहत जरूर मिली है. कानून के जानकारों का कहना है कि अब अगर पुलिस कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल करती है तो सिंह के खिलाफ पोक्सो की धाराएं नहीं लगाए जाएंगे. हालांकि, नाबालिग पीड़िता ने चैंपियनशिप में चयन के दौरान भेदभाव बरते जाने का आरोप भी लगाया था. इसलिए इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगाने की संभावना बहुत कम है. भेदभाव मामले को लेकर पुलिस चार्जशीट लगा सकती हैं. वहीं, सिंह के खिलाफ लगाए पोक्सो की धाराएं हटाई जा सकती हैं.
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