नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से मॉनसून की विदाई हो चुकी है. इसी विदाई के साथ अब ठंड बढ़ने की उम्मीद भी शुरू हो गई है. हालांकि मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगले 7 दिन तो कम से कम तापमान गिरने की उम्मीद नहीं ही की जा सकती. इसी के साथ ये बताया गया है कि इस बार राजधानी में मॉनसून की बारिश में 38 फीसदी तक की कमी रही है.
दिल्ली में हुई है औसतन बारिश
प्रादेशिक मौसम केंद्र के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे सीजन देश के कई इलाकों में अच्छी बरसात हुई है लेकिन राजधानी दिल्ली में बादल इतने मेहरबान नहीं हुए.
यहां औसतन 648.9 मिलीमीटर बारिश की तुलना में 404.1 मिलीमीटर बारिश हुई है. यहीं नहीं अबकी बार उमस के कहर ने भी लोगों को खूब सताया है.
नहीं आएगी तापमान में गिरावट
कुलदीप श्रीवास्तव कहते हैं कि आगामी दिनों में दिल्ली के तापमान में कोई गिरावट देखने को नहीं मिलेगी. बारिश के लिए भी यहां ऐसा कोई सिस्टम बनता नजर नहीं आ रहा, जिससे ये कहा जा सके कि आने वाले 7 दिन यहां बादल बरसेंगे. उन्होंने कहा कि सुबह के समय में थोड़ी धुंध बढ़ सकती है, जिससे विजिबिलिटी कम हो सकती है. कुलदीप कहते हैं कि यहां अधिकतम तापमान 32-33 और न्यूनतम 22 तक रह सकता है.
पराली जलने से दिल्ली के प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा
हवाओं की दिशा के विषय में बात करते हुए श्रीवास्तव कहते हैं कि अभी के समय में राजधानी के ऊपर से पूर्वी हवाएं बह रही हैं. आने वाले दिनों में इन हवाओं में परिवर्तन होगा, जिसके बाद ये दिशा पूर्वी से बदलकर पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हो जाएगा. ऐसे में अगर पंजाब और हरियाणा में पराली जलती है तो इसका सीधा असर दिल्ली के प्रदूषण स्तर पर पड़ेगा.