नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव 2024 के परिणाम पर हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारियों और डूसू चुनाव में एबीवीपी के प्रत्याशियों ने डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह से मुलाकात की. कुलपति से मुलाकात करने वालों में एबीवीपी की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल, अभाविप दिल्ली के प्रांत मंत्री हर्ष अत्री एवं डूसू की निवर्तमान सचिव अपराजिता शामिल रही. सभी ने मिलकर कुलपति को उच्च न्यायालय द्वारा डूसू चुनाव मतगणना पर पर लगी रोक के संबंध में पुनर्विचार याचिका की अपील दायर करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा.
शिवांगी खरवाल ने इस दौरान कहा कि छात्रों की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में की गई भागीदारी और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए अभाविप सदैव प्रतिबद्ध है. इस दौरान एबीवीपी से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानू प्रताप सिंह, सचिव पद की प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल और संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी अमन कपासिया भी मौजूद रहे.
उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर को संपन्न हुए मतदान के बाद से दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर ईवीएम और बैलट बॉक्स को स्ट्रांग रूम में रखवा दिया गया था. हाई कोर्ट में डूसू चुनाव में प्रचार के दौरान उड़ाए गए पर्चों और दीवारों पर लगाए गए बेतहाशा पोस्टर को मुद्दा बनाते हुए याचिका दायर की गई थी. साथ ही प्रत्याशियों पर पोस्टर बैनर और पर्चों के द्वारा सरकारी संपत्ति को विरुपित करने का आरोप लगाया गया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने बैनर पोस्टर और उड़ाए गए पर्चों की सफाई करने के बाद ही मतगणना करने का आदेश दिया था.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज और नॉर्थ और साउथ कैंपस में सफाई अभियान भी चलाया गया. लेकिन, इस सफाई के बाद हाईकोर्ट अभी तक संतुष्ट नहीं हुआ है. दीवारों पर अभी भी बहुत से पोस्टर चुपके हुए हैं. इसी क्रम में बुधवार को भी हाईकोर्ट ने छात्र नेताओं की जल्द मतगणना कराने की याचिका पर फिर से अपनी बात दोहराते हुए कहा कि हमें चुनाव परिणाम को रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं है. आप दीवारों की सफाई कराकर उनको पेंट करा दें और पूरे कैंपस की सफाई सुनिश्चित कर दें. हम अगले दिन मतगणना करा देंगे.
गौरतलब है कि डूसू चुनाव के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब मतगणना के लिए इतना इंतजार करना पड़ा हो. वैसे कॉलेज छात्र संघ चुनाव की मतगणना मतदान खत्म होने के बाद उसी दिन और डूसू चुनाव की मतगणना मतदान के अगले दिन होती रही है. फिलहाल हाई कोर्ट ने मतगणना को लेकर 21 अक्टूबर को अगली सुनवाई तय कर रखी है.
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