नई दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियों में पानी पहुंचाने की राह और मुश्किल होती जा रही है. क्योंकि करीब 130 अनाधिकृत कॉलोनियों में पानी, लैंड ओनिंग एजेंसियों से एनओसी मिलने के बाद ही पहुंच पाएगा.
राजधानी दिल्ली की 130 अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को अभी पाइपलाइन के पानी के लिए और इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि इन कॉलोनियों में पाइप लाइन डालने का काम अटक गया है.
दिल्ली जल बोर्ड को अलग-अलग लैंड ऑनिंग एजेंसियों से अभी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया है जिसके कारण पाइप लाइन बिछाने के काम में रुकावट पैदा हो रही है.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने बताया कि दिल्ली की 600 कॉलोनियों में हम पानी पहुंचा चुके हैं. जबकि 244 कॉलोनी में पाइप लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है. उन्होंने कहा कि 130 अनाधिकृत कॉलोनियों में दिल्ली जल बोर्ड पानी की पाइप लाइन नहीं बिछा पा रहा है क्योंकि इन कॉलोनियों में जमीन आरकेलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) या फिर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की है, दोनों डिपार्टमेंट में से एक सुप्रीम कोर्ट के अधीन आता है जबकि दूसरा केंद्र सरकार के.
दिल्ली जल बोर्ड को अब 130 अनाधिकृत कॉलोनियों में पाइप लाइन डालने के लिए एनओसी का इंतजार है. जिसके मिलने केबाद यहां पर जल बोर्ड की पाइप लाइन बिछाई जाएगी. दिल्ली सरकार की 2018-2019 की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की 95 अनाधिकृत कॉलोनियों को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया है, जबकि 36 अनाधिकृत कॉलोनियों में पानी की पाइपलाइन बिछाना संभव नहीं है.
पाइपलाइन ना होने के कारण दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को दिल्ली जल बोर्ड और प्राइवेट टैंकर पर निर्भर रहना पड़ता है.