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विदेशों की तर्ज पर अब दिल्ली में भी लागू होगा एक ही इमरजेंसी नंबर, 112 पर मिलेगी सुरक्षा

जल्द ही राजधानी में सभी इमरजेंसी के लिए एक ही हेल्पलाइन होगी जिसका नंबर 112 होगा. इसके लिए ट्रायल पूरा हो चुका है और अगले महीने से इसकी शुरुआत हो जाएगी.

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Published : Sep 2, 2019, 7:30 PM IST

112 हेल्पलाइन नंबर जल्द होगा जारी

नई दिल्ली: राजधानी में आपको पुलिस से संपर्क करना हो या आग बुझाने के लिए दमकल को बुलाना हो, इसके लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना होगा. जल्द ही राजधानी में सभी इमरजेंसी के लिए एक ही हेल्पलाइन होगी जिसका नंबर 112 होगा.

112 हेल्पलाइन नंबर जल्द होगा जारी

इसके लिए ट्रायल पूरा हो चुका है और अगले महीने से इसकी शुरुआत हो जाएगी. ज्यादातर यूरोपीय देशों में भी इमरजेंसी का नंबर 112 ही है.

जानकारी के मुताबिक ज्यादातर देशों में इमरजेंसी के लिए एक ही नंबर होता है. इस नंबर पर कॉल करने से न केवल पुलिस बल्कि दमकल एवं एम्बुलेंस से भी संपर्क हो जाता है. लेकिन अभी दिल्ली में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस से संपर्क करने के लिए अलग-अलग नंबर हैं.

इसकी वजह से कॉल करने वाले तक मदद पहुंचने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए ही केंद्र सरकार द्वारा सभी इमरजेंसी सेवाओं के लिए एक हेल्पलाइन बनाने के निर्देश दिए गए थे. दिल्ली पुलिस ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है.

हैदरपुर में बना नया कंट्रोल रूम
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी दिल्ली पुलिस का कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय में है. लेकिन नई हेल्पलाइन 112 का कंट्रोल रूम हैदरपुर में बनाया गया है. 112 नंबर डायल करते ही कॉल सीधे इस कंट्रोल रूम में जाएगी. कॉल करने वाले कि समस्या सुनते ही यह तय हो जाएगा कि उसे किस प्रकार की इमरजेंसी है और किससे मदद चाहिए.

इस कंट्रोल रूम से हॉट लाइन पर दमकल एवं एम्बुलेंस भी जुड़ी होगी. इस कॉल पर जिसे भी भेजना होगा तुरंत उसे सूचित कर दिया जाएगा. इससे मौके पर इमरजेंसी के दौरान पहले से कम समय में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस सेवा पहुंच जाएगी.

पुलिस ने बनाया अपना निजी मैप सॉफ्टवेयर
आमतौर पर लोकेशन के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने इस प्रोजेक्ट में गूगल मैप को नहीं लिया है. इसकी वजह है कि पुलिस अपनी गाड़ियों की लोकेशन गूगल से सांझा नहीं करना चाहती. भविष्य में इसका दुरुपयोग हो सकता है.

इस वजह से दिल्ली पुलिस के जवानों ने गूगल मैप की तर्ज पर खुद अपना सॉफ्टवेयर डेवलप किया है. इस सॉफ्टवेयर से केवल कंट्रोल रूम को ही पता रहेगा कि उनकी गाड़ियां कहाँ मौजूद हैं. उन्हें कॉल करने वाले की लोकेशन भी मिलेगी जिसकी वजह से वह तुरंत नजदीकी गाड़ी को वहां भेज सकेंगे.

पुराने नंबर की सेवा अभी रहेगी जारी
पुलिस अधिकारियों की माने तो नई हेल्पलाइन शुरु करने के बाद भी पुराने नंबरों की सेवा अभी जारी रहेगी. पुलिस का नंबर 100, दमकल का 101 और एम्बुलेंस का 102 अभी बंद नहीं किया जाएगा.

पहले लोगों के बीच 112 नंबर का प्रचार किया जाएगा और इसके बाद ही पुरानी हेल्पलाइन को बंद करने पर विचार किया जाएगा. नई इमरजेंसी हेल्पलाइन के नंबर की शुरुआत अगले माह की जाएगी और इसका उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह कर सकते हैं.

नई दिल्ली: राजधानी में आपको पुलिस से संपर्क करना हो या आग बुझाने के लिए दमकल को बुलाना हो, इसके लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना होगा. जल्द ही राजधानी में सभी इमरजेंसी के लिए एक ही हेल्पलाइन होगी जिसका नंबर 112 होगा.

112 हेल्पलाइन नंबर जल्द होगा जारी

इसके लिए ट्रायल पूरा हो चुका है और अगले महीने से इसकी शुरुआत हो जाएगी. ज्यादातर यूरोपीय देशों में भी इमरजेंसी का नंबर 112 ही है.

जानकारी के मुताबिक ज्यादातर देशों में इमरजेंसी के लिए एक ही नंबर होता है. इस नंबर पर कॉल करने से न केवल पुलिस बल्कि दमकल एवं एम्बुलेंस से भी संपर्क हो जाता है. लेकिन अभी दिल्ली में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस से संपर्क करने के लिए अलग-अलग नंबर हैं.

इसकी वजह से कॉल करने वाले तक मदद पहुंचने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए ही केंद्र सरकार द्वारा सभी इमरजेंसी सेवाओं के लिए एक हेल्पलाइन बनाने के निर्देश दिए गए थे. दिल्ली पुलिस ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है.

हैदरपुर में बना नया कंट्रोल रूम
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी दिल्ली पुलिस का कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय में है. लेकिन नई हेल्पलाइन 112 का कंट्रोल रूम हैदरपुर में बनाया गया है. 112 नंबर डायल करते ही कॉल सीधे इस कंट्रोल रूम में जाएगी. कॉल करने वाले कि समस्या सुनते ही यह तय हो जाएगा कि उसे किस प्रकार की इमरजेंसी है और किससे मदद चाहिए.

इस कंट्रोल रूम से हॉट लाइन पर दमकल एवं एम्बुलेंस भी जुड़ी होगी. इस कॉल पर जिसे भी भेजना होगा तुरंत उसे सूचित कर दिया जाएगा. इससे मौके पर इमरजेंसी के दौरान पहले से कम समय में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस सेवा पहुंच जाएगी.

पुलिस ने बनाया अपना निजी मैप सॉफ्टवेयर
आमतौर पर लोकेशन के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने इस प्रोजेक्ट में गूगल मैप को नहीं लिया है. इसकी वजह है कि पुलिस अपनी गाड़ियों की लोकेशन गूगल से सांझा नहीं करना चाहती. भविष्य में इसका दुरुपयोग हो सकता है.

इस वजह से दिल्ली पुलिस के जवानों ने गूगल मैप की तर्ज पर खुद अपना सॉफ्टवेयर डेवलप किया है. इस सॉफ्टवेयर से केवल कंट्रोल रूम को ही पता रहेगा कि उनकी गाड़ियां कहाँ मौजूद हैं. उन्हें कॉल करने वाले की लोकेशन भी मिलेगी जिसकी वजह से वह तुरंत नजदीकी गाड़ी को वहां भेज सकेंगे.

पुराने नंबर की सेवा अभी रहेगी जारी
पुलिस अधिकारियों की माने तो नई हेल्पलाइन शुरु करने के बाद भी पुराने नंबरों की सेवा अभी जारी रहेगी. पुलिस का नंबर 100, दमकल का 101 और एम्बुलेंस का 102 अभी बंद नहीं किया जाएगा.

पहले लोगों के बीच 112 नंबर का प्रचार किया जाएगा और इसके बाद ही पुरानी हेल्पलाइन को बंद करने पर विचार किया जाएगा. नई इमरजेंसी हेल्पलाइन के नंबर की शुरुआत अगले माह की जाएगी और इसका उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह कर सकते हैं.

Intro:नई दिल्ली
राजधानी में आपको पुलिस से संपर्क करना हो या आग बुझाने के लिए दमकल को बुलाना हो, इसके लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना होगा. जल्द ही राजधानी में सभी इमरजेंसी के लिए एक ही हेल्पलाइन होगी जिसका नंबर 112 होगा. इसके लिए ट्रायल पूरा हो चुका है और अगले माह से इसकी शुरुआत हो जाएगी. अधिकांश यूरोपीय देशों में भी इमरजेंसी का नंबर 112 ही है.


Body:जानकारी के अनुसार अधिकांश देशों में इमरजेंसी के लिए एक ही नंबर होता है. इस नंबर पर कॉल करने से न केवल पुलिस बल्कि दमकल एवं एम्बुलेंस से भी संपर्क हो जाता है. लेकिन अभी दिल्ली में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस से संपर्क करने के लिए अलग-अलग नंबर हैं. इसकी वजह से कॉल करने वाले तक मदद पहुंचने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए ही केंद्र सरकार द्वारा सभी इमरजेंसी सेवाओं के लिए एक हेल्पलाइन बनाने के निर्देश दिए गए थे. दिल्ली पुलिस ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है.


हैदरपुर में बना नया कंट्रोल रूम
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी दिल्ली पुलिस का कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय में है. लेकिन नई हेल्पलाइन 112 का कंट्रोल रूम हैदरपुर में बनाया गया है. 112 नंबर डायल करते ही कॉल सीधे इस कंट्रोल रूम में जाएगी. कॉल करने वाले कि समस्या सुनते ही यह तय हो जाएगा कि उसे किस प्रकार की इमरजेंसी है और किससे मदद चाहिए. इस कंट्रोल रूम से हॉट लाइन पर दमकल एवं एम्बुलेंस भी जुड़ी होगी. इस कॉल पर जिसे भी भेजना होगा तुरंत उसे सूचित कर दिया जाएगा. इससे मौके पर इमरजेंसी के दौरान पहले से कम समय में पुलिस, दमकल एवं एम्बुलेंस सेवा पहुंच जाएगी.



पुलिस ने बनाया अपना निजी मैप सॉफ्टवेयर
आमतौर पर लोकेशन के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन दिल्लीक पुलिस ने अपने इस प्रोजेक्ट में गूगल मैप को नहीं लिया है. इसकी वजह है कि पुलिस अपनी गाड़ियों की लोकेशन गूगल से सांझा नहीं करना चाहती. भविष्य में इसका दुरुपयोग हो सकता है. इस वजह से दिल्ली पुलिस के जवानों ने गूगल मैप की तर्ज पर खुद अपना सॉफ्टवेयर डेवलप किया है. इस सॉफ्टवेयर से केवल कंट्रोल रूम को ही पता रहेगा कि उनकी गाड़ियां कहाँ मौजूद हैं. उन्हें कॉल करने वाले की लोकेशन भी मिलेगी जिसकी वजह से वह तुरंत नजदीकी गाड़ी को वहां भेज सकेंगे.




Conclusion:पुराने नंबर की सेवा अभी रहेगी जारी
पुलिस अधिकारियों की माने तो नई हेल्पलाइन शुरु करने के बाद भी पुराने नंबरों की सेवा अभी जारी रहेगी. पुलिस का नंबर 100, दमकल का 101 और एम्बुलेंस का 102 अभी बंद नहीं किया जाएगा. पहले लोगों के बीच 112 नंबर का प्रचार किया जाएगा और इसके बाद ही पुरानी हेल्पलाइन को बंद करने पर विचार किया जाएगा. नई इमरजेंसी हेल्पलाइन के नंबर की शुरुआत अगले माह की जाएगी और इसका उद्घाटन गृह मंत्री अमित शाह कर सकते हैं.
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