नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के हाउस टैक्स जमा करने की प्रक्रिया ऑनलाइन किए जाने से करदाताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नतीजा यह है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक नगर निगम को महज 10 प्रतिशत ही हाउस टैक्स आय के रूप में मिल पाया है. इस मुद्दे को लेकर पांडव नगर के निगम पार्षद गोविंद अग्रवाल ने शाहदरा साउथ जोन की बैठक में प्रमुखता से उठाया है.
गोविंद अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने इस वर्ष हाउस टैक्स को ऑनलाइन कर दिया है. ऑफलाइन यानी निगम कार्यालय में जाकर अब संपत्ति कर जमा नहीं किया जा सकता है. संपत्ति कर सिर्फ ऑनलाइन जमा करने की प्रक्रिया से लोगों को दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह निगम द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा रजिस्ट्रेशन नंबर देरी से दिया जाता है. साथ ही ऑनलाइन टैक्स जमा करने पर पिछले सालों का जमा टैक्स का विवरण और बकाया विवरण का ठीक से पता नहीं चल पाता है.
गोविंद अग्रवाल ने मांग की है कि जबतक ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी तरीके से ठीक नहीं हो जाती तब तक ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भुगतान की भी सुविधा दी जानी चाहिए ,ताकि लोगों का वक्त बर्बाद ना हो और निगम को भी समय पर आय मिल सके. गोविंद अग्रवाल के इस प्रस्ताव का घोंडली वार्ड के निगम पार्षद दीपक मल्होत्रा ने समर्थन किया है.
गोविंद अग्रवाल के इस प्रस्ताव पर शाहदरा साउथ जोन की चेयरमैन हिमांशी पांडेय ने कहा कि गोविंद अग्रवाल ने अहम मुद्दे को जोन के समक्ष रखा है. हाउस टैक्स के सिर्फ ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया से न केवल करदाता परेशान है बल्कि निगम की आय कम हो गई है ,जिसका असर निगम के कार्यों पर पड़ेगा. हिमांशी पांडेय ने बताया कि क्योंकि यह मामला निगम मुख्यालय के अंतर्गत आता है, ऐसे में वह इस पूरे मामले को मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल के समक्ष रखेंगी.