नई दिल्लीः आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर संत निरंकारी मिशन की प्रमुख सद्गुरु माता सुदीक्षा ने आइटीओ छठ घाट पर अमृत परियोजना के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल स्वच्छ मन’ का शुभारंभ वृक्षारोपण कर किया. इस कार्यक्रम के तहत रविवार को संत निरंकारी मिशन ने देशभर में 1100 से अधिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया. इस अभियान में 3 लाख 50 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर शामिल हुए और जल निकायों के आसपास सफाई की.
इस परियोजना का शुभारम्भ करते हुए सद्गुरु माता सुदीक्षा ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमें यह जो अमृत रूपी जल दिया है. हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सब उसे स्वच्छ रखें. उन्होंने कहा कि स्वच्छ जल के साथ-साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतों वाला जीवन जीते हुए सभी के लिए परोपकार का कार्य करते है.
संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि ‘अमृत परियोजना’ के अंतर्गत समूचे भारतवर्ष के 1100 से अधिक स्थानों के 730 शहरों, 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशाल रूप से एक साथ आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में 3 लाख 50 हजार से भी ज्यादा वोलेंटियर के हिस्सा लिया. दिल्ली के लगभग सभी क्षेत्रों की स्वच्छता की गई जिनमें अशोक विहार का संजय झील, कैनल सौर यमुना, दिल्ली का आईटीओ छट घाट, दिल्ली के निगम बोध घाट, भलस्वा झील, यमुना का सुर घाट, यमुना का राम घाट, दिल्ली का कालिंदी कुंज घाट इत्यादि स्थान प्रमुख है.
इसके अतिरिक्त दिल्ली के नजदीक मुख्यतः ब्रजघाट गढ़, मुक्तेश्वर गंगा, सूरजपुर, गाजियाबाद का हिण्डन घाट, मंडोरा तालाब, संकहोल गांव, गुरूग्राम के सोहना रोड पर स्थित दम दमा झील, सोनीपत का गोरीपुर, अशानध रोड नदी इत्यादि की स्वच्छता सभी स्वयंसेवकों द्वारा पूरे उत्साह के साथ की गई. जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि विदेशों में भी संत निरंकारी मिशन के वॉलेंटियर ने वाटर बॉडी के आसपास सफाई की.
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