नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके से 22 साल के युवक का अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी गई थी. दिल्ली में पुलिस ने अपहरण के बाद हत्या की गुत्थी को सुलझा दिया है. दो दोस्तों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया है. पुलिस ने इस मामले में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जिसका नाम सचिन बताया जा रहा है. आरोपी की निशानदेही पर मृतक का शव बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों से बराबद किया गया है. वहीं दूसरा आरोपी फरार है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने मंगलवार सुबह बताया कि करावल नगर थाना क्षेत्र के जोहरीपुर कर्दमपुरी फॉर्म रहने वाली एक युवती ने 20 सितंबर करावल नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसका भाई नितिन 19 सितंबर शाम 5:30 बजे से गायब हैं. 20 सितंबर को सुबह तकरीबन 10:23 बजे उसके व्हाट्सएप नंबर पर फिरौती का कॉल आया है. उन्होंने बताया कि युवती की शिकायत पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. कॉल किए गए नंबर का डिटेल खंगाल गया और टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर राजस्थान से सचिन नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सचिन ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथी अरुण के साथ मिलकर नितिन कि चाकूओ से गोदकर हत्या कर दी. शव को दिल्ली से सटे बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियां में छुपा दिया. आरोपी सचिन करावल नगर में एक बर्तन की दुकान पर सेल्समैन का काम करता है. वह नितिन को 2018 से जानता था.
ऐसे बनाई अपहरण की योजना: लगभग 15 दिन पहले उसने अरुण के साथ मिलकर अपहरण करने और 2 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी. नितिन के नाम पर करावल नगर में एक मकान था. उन्होंने सोचा कि उसका परिवार उन्हें आसानी से फिरौती की राशि का भुगतान कर सकता है. घटना वाले दिन, यानी 19 सितंबर को सचिन ने नितिन को शाम को ड्रिंक्स के लिए बुलाया. सचिन के साथ अरुण पहले से ही मौजूद था. दोनों के पास चाकू थे. वे करीबी दोस्त थे इसलिए नितिन को कुछ भी संदेह नहीं था.
शराब पिलाकर की हत्या : नितिन शाम करीब 06:15 बजे जौहरीपुर मेन रोड पहुंचा, जहां सचिन और अरुण उसका इंतजार कर रहे थे. वे तीनों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. उन्होंने एक स्थानीय शराब की दुकान से 70-70 रुपये में दो शराब क्वार्टर खरीदे और पीने के लिए रेलवे पटरियों के पास बैठ गए. रात करीब 09:00 बजे सचिन ने कहा कि उन्हें घर लौट जाना चाहिए. जब वे अंधेरे में वापस जा रहे थे, रेलवे पटरियों के पास एक सुनसान रास्ते पर, सचिन और अरुण दोनों ने नितिन को पकड़ लिया और उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी.उन्होंने उसका मोबाइल फोन ले लिया. शव को रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में छिपा दिया और घर लौट आए.
पत्नी की दोस्त के यहां राजस्थान पहुंचा : अगले दिन यानी 20 सितंबर को सुबह लगभग 10:30 बजे वे लोनी पहुंचे और नितिन की बहन को उसी के फोन से फिरौती के लिए कॉल किया. हालांकि जल्द ही सचिन और अरुण को एहसास हुआ कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. वे घबरा गए और उन्होंने दिल्ली छोड़ने का फैसला किया. सचिन अपनी पत्नी और बेटी को लेकर राजस्थान के गंगा नगर पहुंचा, जहां उनकी पत्नी की करीबी दोस्त रहती थी. पुलिस टीम ने उसे गंगानगर से पकड़ लिया.
पुलिस टीम ने उसे गंगा नगर से गिरफ्तार कर लिया : आरोपी अरुण बदैयूं यूपी का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. सचिन को आज कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।नितिन के शव का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा।मामले में आगे की जांच जारी है.
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