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नोएडा पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं हैबतपुर गांव के लोग - Haibatpur villager are forced to resort to boat

नोएडा के सेक्टर 63 के पास बहलोलपुर और हैबतपुर गांव के बीच हिंडन नदी बहती है. इन दोनों गावों को जोड़ने वाला ना कोई पुल है और ना ही कोई फ्लाइओवर. जिसके चलते एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचने के लिए लोग नाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं. हैबतपुर गांव में रहने वाले नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में नौकरी करते हैं. वे सुबह शाम नाव का सफर करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोग लंबे समय से हैबतपुर और बहलोलपुर के बीच पुल बनाए जाने की मांग करते रहे हैं वेकिन आज तक शासन-प्रशासन ने इस ओर सुध नहीं ली है.

नोएडा पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं हैबतपुर गांव के लोग
नोएडा पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं हैबतपुर गांव के लोग
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Published : Jan 19, 2023, 5:10 PM IST

नोएडा पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं हैबतपुर गांव के लोग

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश का शो विंडो और औद्योगिक शहर कहे जाने वाले नोएडा की एक दूसरी तस्वीर सेक्टर 63 स्थित हैबतपुर गांव में देखने को मिलती है. हैबतपुर गांव से बहलोलपुर गांव पहुंचने के लिए लोग वर्षों से नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग पहले बहलोलपुर गांव पहुंचते हैं फिर वहां से रोजी-रोटी की तलाश में नोएडा पहुंचते हैं. हैबतपुर गांव में जाने के लिए कोई सीधा रास्ता या पुल नहीं है. प्रशासन ने जिस रास्ते पर पुल और अन्य संसाधन बनाए हैं उसका रास्ता काफी लंबा है. हैबतपुर में रहने वाले लोग अगर उस रास्ते का प्रयोग करते हैं तो उन्हें प्रतिदिन 60 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं और समय भी अधिक लगता है. वहीं शॉर्ट जाने के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है. नाव से सफर करने वाले लोगों ने बताया कि हिंडन नदी को नाव से पार करते समय मन में एक डर बना रहता है, पर मजबूरी में आना जाना पड़ता है, प्रशासन ने आज तक इस तरफ कभी ध्यान नहीं दिया.

ये भी पढ़ेंः 'पॉक्सो एक्ट' को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने जारी किया दिशा निर्देश

नोएडा के सेक्टर 63 के पास बहलोलपुर और हैबतपुर गांव के बीच हिंडन नदी बहती है. इन दोनों गावों को जोड़ने वाला ना कोई पुल है और ना ही कोई फ्लाइओवर. जिसके चलते एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचने के लिए लोग नाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं. हैबतपुर गांव में रहने वाले नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में नौकरी करते हैं. वे सुबह शाम नाव का सफर करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोग लंबे समय से हैबतपुर और बहलोलपुर के बीच पुल बनाए जाने की मांग करते रहे हैं वेकिन आज तक शासन-प्रशासन ने इस ओर सुध नहीं ली है. हैबतपुर और बहलोलपुर के लोगों का कहना है कि पुल ना होने से प्रतिदिन की समस्या के साथ ही बरसात के दिनों में बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है. बरसात में हिंडन का पानी बहुत बढ़ जाता है और उसमें नाव से नदी पार करना बेहद खतरनाक हो जाता है.

हैबतपुर गांव में रहने वाली एक महिला से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हैबतपुर से बहलोलपुर आने जाने के लिए हिंडन नदी में कुल 3 नाव चलती है. सुबह और शाम के समय नदी पार करने वालों की संख्या अधिक हो जाती है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है. नाव से एक तरफ का किराया 5 रुपये है. वहीं हैबतपुर से ऑटो के जरिए नोएडा जाने में 60 रुपये लग जाते हैं, और समय भी अधिक लगता है. समय और पैसा बचाने के लिए हम लोग नाव से सफर करते हैं. प्रशासन से अनुरोध है कि बहलोलपुर और हैबतपुर के बीच एक पुल जरूर बनवाया जाए.

ये भी पढ़ेंः Jacqueline on Sukesh : 'मेरे इमोशन से खेला, बर्बाद किया करियर, नर्क बना दी जिंदगी', कोर्ट में बोलीं जैकलीन फर्नांडिस

नोएडा पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं हैबतपुर गांव के लोग

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश का शो विंडो और औद्योगिक शहर कहे जाने वाले नोएडा की एक दूसरी तस्वीर सेक्टर 63 स्थित हैबतपुर गांव में देखने को मिलती है. हैबतपुर गांव से बहलोलपुर गांव पहुंचने के लिए लोग वर्षों से नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग पहले बहलोलपुर गांव पहुंचते हैं फिर वहां से रोजी-रोटी की तलाश में नोएडा पहुंचते हैं. हैबतपुर गांव में जाने के लिए कोई सीधा रास्ता या पुल नहीं है. प्रशासन ने जिस रास्ते पर पुल और अन्य संसाधन बनाए हैं उसका रास्ता काफी लंबा है. हैबतपुर में रहने वाले लोग अगर उस रास्ते का प्रयोग करते हैं तो उन्हें प्रतिदिन 60 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं और समय भी अधिक लगता है. वहीं शॉर्ट जाने के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है. नाव से सफर करने वाले लोगों ने बताया कि हिंडन नदी को नाव से पार करते समय मन में एक डर बना रहता है, पर मजबूरी में आना जाना पड़ता है, प्रशासन ने आज तक इस तरफ कभी ध्यान नहीं दिया.

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नोएडा के सेक्टर 63 के पास बहलोलपुर और हैबतपुर गांव के बीच हिंडन नदी बहती है. इन दोनों गावों को जोड़ने वाला ना कोई पुल है और ना ही कोई फ्लाइओवर. जिसके चलते एक गांव से दूसरे गांव तक पहुंचने के लिए लोग नाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं. हैबतपुर गांव में रहने वाले नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में नौकरी करते हैं. वे सुबह शाम नाव का सफर करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोग लंबे समय से हैबतपुर और बहलोलपुर के बीच पुल बनाए जाने की मांग करते रहे हैं वेकिन आज तक शासन-प्रशासन ने इस ओर सुध नहीं ली है. हैबतपुर और बहलोलपुर के लोगों का कहना है कि पुल ना होने से प्रतिदिन की समस्या के साथ ही बरसात के दिनों में बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है. बरसात में हिंडन का पानी बहुत बढ़ जाता है और उसमें नाव से नदी पार करना बेहद खतरनाक हो जाता है.

हैबतपुर गांव में रहने वाली एक महिला से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हैबतपुर से बहलोलपुर आने जाने के लिए हिंडन नदी में कुल 3 नाव चलती है. सुबह और शाम के समय नदी पार करने वालों की संख्या अधिक हो जाती है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है. नाव से एक तरफ का किराया 5 रुपये है. वहीं हैबतपुर से ऑटो के जरिए नोएडा जाने में 60 रुपये लग जाते हैं, और समय भी अधिक लगता है. समय और पैसा बचाने के लिए हम लोग नाव से सफर करते हैं. प्रशासन से अनुरोध है कि बहलोलपुर और हैबतपुर के बीच एक पुल जरूर बनवाया जाए.

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