नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने डॉक्टरों के साइबर ठगी करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. अब तक वह सैकड़ों डॉक्टरों को चूना लगा चुका है. साइबर क्राइम थाना पुलिस नोएडा ने एक बड़े अस्पताल के डॉक्टर के साथ हुई ठगी के मामले में जांच करते हुए आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है और सोमवार को नोएडा लेकर आई है.
आरोपी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि उसने सिर्फ डॉक्टरों को ही अपना निशाना बनाया है. पकड़ा गए आरोपी ने एमबीए की पढ़ाई की है. पहले मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करता था. नौकरी छूटने के बाद उसने साइबर क्राइम की दुनिया में कदम रखा. आरोपी ने बताया कि मैं अकेले ही ये काम करता हूं, मेरा कोई पार्टनर नहीं है.
नोएडा के साइबर क्राइम थाना पुलिस सेक्टर 36 ने एक एमबीए किए हुए शख्स को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है, जो डॉक्टरों के साइबर ठगी करता था. आरोपी का नाम विशाल पांडेय है. 2017 से ठगी का काम कर रहा है. बताया कि ठगी के पैसे से वह अब तक 32 देश घूम चुका है.
आरोपी ने बताया गया कि अब तक करीब 100 से अधिक डॉक्टरों के साथ ठगी कर चुका है. बताया कि वह इससे पूर्व मशहूर गायक अनूप जलोटा के भाई डॉक्टर राकेश जलोटा के साथ भी साइबर ठगी कर चुका है. साइबर ठगी के मामले में अब तक वह छत्तीसगढ़, नोएडा और दो बार लखनऊ से जेल जा चुका है.
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आरोपी ने बताया कि उसने डॉक्टरों के साथ साइबर ठगी के जरिए 15 करोड़ से अधिक की ठगी की है. आरोपी ने बताया कि नोएडा में एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर को दुबई का फैमिली टूर पैकेज का ऑफर देकर उनसे पेटीएम और बैंक खातों के माध्यम से 18 लाख 72 हजार 751 रुपये की धोखाधड़ी की.
इस बारे में साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने बताया कि 2017 में ग्लेनमार्क कंपनी में FSO के पद पर कार्यरत था. नोटबंदी के दौरान जॉब चले जाने के बाद उसने साइबर ठगी का काम शुरू किया. जस्ट डायल व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित अन्य राज्यों के विभिन्न डॉक्टरों के मोबाइल नंबर और उनके संबंध में जानकारी प्राप्त की.
आरोपी संपर्क में आए डॉक्टरों को दुबई व अन्य देशों का फैमिली टूर एंड ट्रैवल पैकेज व अन्य सुविधाएं देने का प्रलोभन दिया करता था. आरोपी द्वारा टूर एंड ट्रैवल कंपनियों की मेंबरशिप लेकर डॉक्टरों और उनकी फैमिली के होल्ड टिकट बनाए जाते थे. होल्ड टिकट में एडिट कर कंफर्म टिकट दिखाकर डॉक्टरों को विश्वास में लेकर बैंक खाते व पेटीएम खातों से लाखों रुपए ट्रांसफर करा लेता था. आरोपी अब 100 से अधिक डॉक्टरों को निशाना बनाकर करोड़ों की ठगी कर चुका है.
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